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करन जौहर के बयान पर बोले वीके सिंह- जाकर उसको पीट दो, मेरे पीछे क्यों पड़े हो

अपने बयानों के अक्सर विवादों में रहने वाले वीके सिंह से जब जोधपुर में करन जौहर को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'जाकर उसकी पिटाई कर दो, तुम मेरे पीछे क्यों पड़े हो.'

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केंद्रीय मंत्री वीके सिंह
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह

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देश में 'असहिष्णुता' को लेकर फिल्म निर्माता करन जौहर की टिप्पणी पर अब राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस ने जहां एक ओर मोदी सरकार पर अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि भारत सबसे सहिष्णु देश है. लेकिन मामले में जब केंद्रीय मंत्री वीके सिंह से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने निर्माता-निर्देशक की पिटाई करने की बात कर दी.

अपने बयानों के अक्सर विवादों में रहने वाले वीके सिंह से जब जोधपुर में करन जौहर को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'जाकर उसकी पिटाई कर दो, तुम मेरे पीछे क्यों पड़े हो.' उन्‍होंने आगे कहा, 'हम क्‍यों करन जौहर के बारे में बात कर रहे हैं जाकर उनसे बात किजिए. मैं यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को से मिलने आया हूं.'

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क्या कहा था करन जौहर ने
गौरतलब है कि करन जौहर ने जयपुर लिट्रेचर फेस्ट‍िवल में गुरुवार को कहा था, 'मेरा मानना है कि अभिव्यक्ति की आजादी दुनिया में सबसे बडा मजाक है. मुझे लगता है कि लोकतंत्र दूसरा सबसे बड़ा मजाक है.' फिल्म निर्माता ने आगे कहा, ‘मुझे वास्तव में हैरानी है कि हम लोकतांत्रिक कैसे हैं? अभिव्यक्ति की आजादी कैसे है? एक फिल्मकार के तौर पर मैं हर स्तर पर चाहे वह पर्दे पर कुछ दिखाना हो या कुछ लिखना हो, खुद को बंधा हुआ महसूस करता हूं.'

इधर, वार-पटलवार का दौर जारी
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मामले को लेकर एनडीए सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है. वे उदार आवाजों के खिलाफ हैं. हर कहीं तनाव बढ़ रहा है. सरकार के प्यादे अनुपम खेर के अलावा दूसरे सभी कलाकार, चित्रकार, फिल्मकार कह रहे हैं कि यह सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है.'

केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने इसके जवाब में कहा, ‘पूरी दुनिया देख रही है कि भारत सबसे सहिष्णु देश है.' केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, ‘जो भारत की सहिष्णुता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उनमें देश की संस्कृति और परंपराओं का कोई ज्ञान नहीं है. वे निरक्षर हैं. यह सच है कि चुनावों की घोषणाएं होते ही असहिष्णुता का मुद्दा सिर उठाता है.'
तिवारी ने मोदी सरकार के मंत्रियों के दावों को खारिज करते हुए कहा, ‘यह हर उस व्यवहार के खिलाफ है जो उदारवादी और इस तरह की सभी विचारधाराओं को आगे ले जाना चाहते हैं.' तिवारी ने कहा, ‘अगर सभी दूसरे कलाकार, अभिनेता, फिल्मकार और लेखक कह रहे हैं कि यह सरकार बुद्धिजीवियों के खिलाफ है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाना चाहती है तो यह जरूर सच होगा. सच्चाई को किसी भी सबूत की जरूरत नहीं होती.'

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करन ने भारत को बताया 'मुश्किल‍' देश
बता दें कि करन जौहर ने अपनी जीवनी ‘एन अनसूटेबल ब्वॉय' लिखने वाली लेखिका पूनम सक्सेना और लेखिका-स्तंभकार शोभा डे के साथ बातचीत के दौरान गुरुवार को कहा कि उन्हें महसूस होता है कि भारत एक ‘मुश्किल देश' है जहां किसी के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बात करने पर लोग सलाखों के पीछे जा सकते हैं. करन से पहले अभि‍नेता शाहरुख खान और आमिर खान भी देश में बढ़ती असहिष्णुता को लेकर बयान देकर विवादों में फंस चुके हैं.

'कानूनी नोटिस इंतजार कर रहा होता है'
समलैंगिकता और विवाहेतर संबंधों जैसे विवादित विषयों पर 'दोस्ताना' और 'कभी अलविदा न कहना' जैसी फिल्म बना चुके निर्माता-निर्देशक ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं जहां कहीं भी जाता हूं, मेरे लिए हमेशा किसी न किसी तरह का कानूनी नोटिस इंतजार कर रहा होता है.' उन्होंने पिछले साल मुंबई में आयोजित 'एआईबी रोस्ट' को लेकर मचे बवाल की तरफ संकेत करते हुए कहा, ‘मैं एक तरह का एफआईआर किंग बन गया हूं.'

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