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वसुंधरा का सियासी दांव, क्या 'राजस्थानी बनाम बाहरी' के मुद्दे से सत्ता बचा पाएंगी?

राजस्थान में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और सरकार ने घोषणा की है कि अगले 6 महीने में एक लाख 20 हजार लोगों को नौकरी देगी, लेकिन इससे ज्यादा करीब 5 लाख लोगों को नौकरी देने की का प्लान निजी क्षेत्र में है.

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राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (फाइल फोटो)
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (फाइल फोटो)

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राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बेरोजगारी का मुद्दा झेल रही वसुंधरा सरकार ने अब बाहरी बनाम राजस्थानी का नया पैंतरा फेंका है. वसुंधरा राजे ने प्लान बनाया है कि निजी क्षेत्र में उन कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी जो राजस्थानी लोगों को नौकरी देंगे.

राजस्थान में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और सरकार ने घोषणा की है कि अगले 6 महीने में एक लाख 20 हजार लोगों को नौकरी देगी, लेकिन इससे ज्यादा करीब 5 लाख लोगों को नौकरी देने का प्लान निजी क्षेत्र में है.

सरकार के पास ऐसी रिपोर्ट पहुंची है कि निजी क्षेत्र में जो नौकरियां आ रही हैं उसे बिहार और यूपी के लोग ले ले रहे हैं. निजी क्षेत्र की कंपनियां स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं दे रही हैं क्योंकि यूपी और बिहार के लोग ज्यादा अच्छे श्रमिक होते हैं. ऐसे में वसुंधरा सरकार ने ऐलान किया है कि सभी तरह के निजी क्षेत्र के नौकरियों में राजस्थान के लोगों को नौकरी देने पर अलग-अलग तरह की सब्सिडी सरकार देगी.

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एग्रो इंडस्ट्री में 75 हजार सलाना प्रति राजस्थानी व्यक्ति तक की सब्सिडी देगी. इसके अलावा सीमेंट इंडस्ट्री को छोड़कर दूसरे इंडस्ट्री में भी जमीन आवंटन से लेकर पानी-बिजली के बिल जैसे मसलों पर भी सब्सिडी दी जाएगी. प्रति राजस्थानी व्यक्ति सरकार निजी उद्धोग को 70 हजार प्रति कर्मचारी देगी. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कहती है कि जहां भी जाती हूं, लोग कहते हैं कि बाहर के लोग आकर सारी नौकरियां ले लेते हैं इसलिए हमने तय किया है कि अब राजस्थान के लोगों को नौकरी देने वालों को सीधे सब्सिडी देंगे ताकि राजस्थान के लोगों को ज्यादा से ज्यादा नौकरी मिल सके.

राजस्थान सरकार ने ऐलान किया है कि राजस्थान इंडस्ट्रियल प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव कर एंटरप्राईजेज एम्पलायमेंट सब्सिडी के नियमों के तहत 1 मई 2018 से इन नियमों को लागू कर दिया जाएगा.

हालांकि कांग्रेस का कहना है कि सरकार अपनी नाकामियों को ढंकने के लिए इस तरह के राजस्थानी बनाम बाहरी मुद्दे को हवा दे रही है. कांग्रेस के प्रवक्ता प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में रोजगार के अवसर पैदा नहीं किए हैं और अब लोगों को 4 महीने में यह झांसा देने की कोशिश कर रही है कि बाहर के लोग नौकरी खा गए हैं लेकिन हमने तो नौकरी दी है.

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हालांकि जानकारों का मानना है कि नौकरियों में बाहरी बनाम राजस्थानी मुद्दे को हवा देकर वसुंधरा राजे राजस्थान में सियासी चाल चलना चाह रही हैं कहीं इसी बहाने सचिन पायलट का बाहरी होना फिर मुद्दा ना बन जाए.

 

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