लगता है राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे पर आम आदमी पार्टी का असर पड़ गया है. वह इन दिनों न सिर्फ सादगी से जिंदगी जीने की कोशिश कर रही हैं बल्कि गरीबों और बेघर लोगों के लिए आश्रय का भी इंतजाम कर रही हैं.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक वसुंधरा राजे ने तो पहले वीआईपी के लिए ट्रैफिक के विशेषाधिकार को खत्म किया यानी उनके लिए अब ट्रैफिक नहीं रोका जाता है. अब वह बेघर लोगों के लिए भी कई और कदम उठा रही हैं.
वसुंधरा सरकार ने आदेश दिया है कि जयपुर शहर में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की जितनी भी पुरानी बसें हैं उन्हें बेघर लोगों के लिए रात्रि आश्रय में बदल दिया जाए. इसके लिए तीन मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है और इन्हें चार हिस्सों में बांटा गया है. हर मंत्री अपने इलाके में जाकर लोगों की परेशानी को समझेगा और पंचायतों से मंत्रणा करेगा. इसके बाद वे वसुंधरा राजे के साथ कैबिनेट बैठक में समस्याओं पर चर्चा करेंगे. वसुंधरा राजे खुद भी कई इलाकों का दौरा करेंगी.
पुरानी और खटारा बसों को रैनबसेरों में बदलने की योजना इसलिए बनाई गई कि अभी उनकी हालत खराब है, लोगों ने रैनबसेरों की आलोचना की है और उन्हें रहने लायक नहीं बताया है. जयपुर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के सीईओ ने कहा कि लगभग 10 बसों को रैनबसेरों में तब्दील किया जाएगा. इन्हें पहले अस्पतालों के बाहर लगाया जाएगा. उसके बाद बाकी के बारे में फैसला किया जाएगा.