वसुंधरा राजे ने एक बार फिर राजस्थान में सत्ता संभाल ली है. भारी जीत के बाद शुक्रवार को वसुंधरा राजे ने नई पारी शुरू करते हुए पद और गोपनीयता की शपथ ली. राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा ने उन्हें राजस्थान विधानसभा परिसर में शपथ दिलाई. उन्होंने हिन्दी में शपथ ली.
राजे के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, वैंकेया नायडू, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश, बीजेपी विधायक और अन्य पार्टी नेताओं सहित वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा साधु संत मौजूद थे.
पूरे कार्यक्रम को देखने के लिए 50 बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए गए. ढाई सौ अधिकारियों और पांच हजार मजदूरों की पलटन ने मुख्यमंत्री निवास से लेकर विधानसभा के बीच हर नजारे को नया बना दिया.
विधानसभा के मुख्यद्वार पर जब महारानी वसुंधरा राजे ने राजगद्दी संभाली तो जयकार करने वालों का जत्था दोनों तरफ खड़ा रहा. विघ्न की अंतिम आशंका को टालने के लिए आंध्रप्रदेश के राजघरानों के पंडितों को भी बुलाया गया था.
वसुंधरा राजे की तरफ से बूथ लेवल के 80 हजार कार्यकर्ताओं को चिट्ठियां भेजी गईं. 40 हजार गद्देदार कुर्सियां लगाई गईं.