राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर से चुनावी रथ पर सवार होकर राजस्थान का दौरा करेंगी. नवंबर -दिसंबर में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले वसुंधरा राजे सुराज गौरव यात्रा पर निकलेंगी. बीजेपी ने यह तय किया है कि 1 अगस्त से वसुंधरा राजे राजसमंद जिले के चारभुजा जी मंदिर से अपनी रथ यात्रा शुरू करेंगी .
गौरतलब है कि सत्ता में आने से पहले वसुंधरा राजे ने राजसमंद जिले के चारभुजा मंदिर से ही सुराज संकल्प यात्रा शुरू की थी. दरअसल, वसुंधरा राजे को रथ यात्रा पर पहले निकलना था लेकिन राज्य में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर हो रहे खींचतान की वजह से यह यात्रा टलती जा रही थी. बीजेपी को लगता है कि वसुंधरा राजे की रथयात्रा से एंटी इनकंबेंसी से निपटने में मदद मिलेगी .पंचायती राज मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री की सुराज गौरव यात्रा की तैयारी की जा रही है जिसमें मुख्यमंत्री राजस्थान के सभी जिलों में जाएंगी.
राजस्थान की राजनीति में माना जाता है कि जो मेवाड़ जीतता है राजस्थान उसी का होता है. इसीलिए वसुंधरा मेवाड़ से अपनी यात्रा शुरू कर रही हैं. पिछले चुनावों में कांग्रेस का मेवाड़ में सूपड़ा साफ हो गया था. बीजेपी कोशिश है कि चुनाव के पहले वसुंधरा राजे अपने सुराज गौरव यात्रा में राजस्थान के सभी जिलों में एक बार पहुंचे. 21 जुलाई को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जयपुर आ रहे हैं जिसमें इस रथ यात्रा की पूरी रूपरेखा तैयार की जाएगी.
ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह से कांग्रेस ने मेरा बूथ मेरा गौरव अभियान शुरू किया है, जिसमे हर जिले में कांग्रेस के नेता एक साथ मिलकर सभा कर रहे हैं. उसी की काट में सुराज गौरव यात्रा शुरू की जा रही है.
जयपुर में कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने राजे की सुराज गौरव यात्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि ये राजे की कुराज यात्रा है. जहां लोग कोई गौरव नही करेंगे बल्कि जहा जाएंगी वहां लोग उनको टाटा-बाय-बाय करेंगे. कांग्रेस ने कहा वसुंधरा राजे की इस कुराज सरकार की पोल-पट्टी कांग्रेस कार्यकर्ता खोलेंगे.