मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में 7 से 10 मई के बीच तूफान और गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है. मौसम विभाग की चेतावनी से लोग जरूरत से ज्यादा डर गए हैं क्योंकि 2 मई को आए आंधी-तूफान ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई इलाकों में 120 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी.
आंधी तूफान के बारे में मौसम विभाग की चेतावनी के साथ ही एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा जिसमें यह दिखाया गया है कि राजस्थान के बीकानेर या बाड़मेर में धूल भरी भयंकर आंधी की शुरुआत हो चुकी है जो पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में लेने जा रहा है. इस वीडियो को कई लोग वॉट्सऐप और सोशल मीडिया के जरिए शेयर करने लग गए हैं.
हरियाणा, मेरठ और गाजियाबाद में तो आंधी-तूफान के अलर्ट के बाद स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं. लेकिन राजस्थान से आंधी-तूफान की शुरुआत दिखाने वाले इस वीडियो की सच्चाई क्या है यह जानने के लिए हमने इसका वायरल टेस्ट करने का फैसला किया.
इस वीडियो में दिख रहा है की तेज धूल भरी आंधी चल रही है और धूल के गुबार से पूरा आसमान ढक गया है. वीडियो में यह भी दिख रहा है कि यह किसी रेगिस्तानी इलाके में सोलर प्लांट का दृश्य है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली से मेरठ तक स्कूल बंद, राजस्थान-हरियाणा में अलर्ट जारी
राजस्थान से धूल भरी आंधी-तूफान की खबरों की सच्चाई जानने के लिए हमने जयपुर के मौसम विभाग के निदेशक जी एस नगराले से बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें भी कई लोग यह वीडियो भेज चुके हैं और इसकी सच्चाई जानने के लिए फोन कर चुके हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि राजस्थान के बीकानेर या बाड़मेर में पिछले तीन-चार दिनों में ऐसा कोई आंधी-तूफान नहीं आया है हालांकि अब इसकी संभावना है.
जब हमने और गहराई से इस वीडियो के बारे में खोजना शुरू किया तो देखा कि YouTube पर 10 महीने पहले 17 जून 2017 को यह वीडियो पहली बार अपलोड किया गया था. यानी वीडियो 10 महीने पुराना है. इस वीडियो को अबतक 13 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
वीडियो को रिखब लुनिया नाम के व्यक्ति ने अपलोड किया था. तब हमने इस वीडियो को अपलोड करने वाले रिखब लुनिया की खोज शुरू की ताकि इस वीडियो के बारे में और सच्चाई पता चल सके.
आखिरकार हमें रिखब लुनिया मिल ही गए. वो बीकानेर में नवाकर वूलेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट के तौर पर काम करते हैं.
रिखब ने हमें बताया कि यह वीडियो 14 या 15 जून को उनके दोस्त धर्मेंद्र हदला ने अपने मोबाइल से शूट किया था. धर्मेंद्र बीकानेर से करीब 50 किलोमीटर दूर कोलायत कस्बे में काम करते हैं जहां नवाकर वूलेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का ही सोलर पार्क है. यह वीडियो उनके दोस्त धर्मेन्द्र ने उसी सोलर पार्क में शूट किया था जैसा कि साफ देखा जा सकता है.
रिखब लुनिया ने कहा कि वह इस बात से हैरान है कि 10 महीने पहले उनके द्वारा अपलोड किए गए वीडियो को ताजा वीडियो बताकर वायरल किया जा रहा है. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को भी बीकानेर में धूल भरी आंधी चल रही है. उन्होंने हमें आज की ताजा तस्वीरें और वीडियो भी भेजी हैं जिन्हें नीचे देखा जा सकता है.
हमारी पड़ताल में पता चला की राजस्थान में धूल भरी आंधी की खबर तो सही है लेकिन जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है वह हाल का नहीं बल्कि पुराना है.