जयपुर की वसुंधरा की रैली पुरी तरह मोदीमय रही. रैली में सारे मुद्दे हाशिये पर थे सिवाय नेताओं के महिमामंडन के और जनता के मोदी-मोदी के नारे के. अपने नारे से नाराज मोदी ने तो गुस्से में ये तक कह दिया कि नारे लगानेवाले मेरा नुकसान कर रहे हैं. इस रैली से मोदी का कितना इमेज-मेक-ओवर होगा ये तो पता नहीं लेकिन रैली में कुर्ता-पायजामा और टोपी, बुर्के मे अल्पसंख्यक महिलाओं-पुरुषों की बहार रही. हालांकि बंजारा की चिट्ठी का डर भी राजनाथ सिंह के भाषणों में दिखा.
जयपुर की बीजेपी रैली तो वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा के समापन के लिए रखी गई थी लेकिन रैली के दूल्हा नरेन्द्र मोदी हीं रहे. वसुंधरा राजे से लेकर राजनाथ सिंह को अपने भाषण मोदी-मोदी के नारे की वजह से रोकने पड़े.मोदी नेताओं के भाषणों के बीच आते थे और जनता को शांत रहने को कहते थे.
मोदी-मोदी के नारे की वजह से राजनाथ सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण की परंपरा एकबार फिर तोड़ते हुए मोदी से पहले ही निबट लिए. मोदी आए तो कई-बार भीड़ से परेशान होकर हाथ जोड़ कर खड़े हो गए कि आप ही बोल लीजिए मैं नही बोलूंगा. हंगामा बढ़ा तो गुस्सा मीडिया के साथ-साथ लोगों पर भी निकाला कि आप लोग मेरा नुकसान कर रहे हैं.गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां कहा,'आप लोग जो ये नारे लगा रहे हैं,नुकसान कर रहे हैं. आप नारे ही लगा लीजिए हम चुप रहते हैं.
तैयारी पहले से थी लिहाजा आगे वाली कतार में बुर्के में औरतें बैठाई गई थी और कुर्ता-पायजामा और टोपी में पुरुष बैठाए गए थे.मकसद मोदी की रैली से ये संदेश देना था कि अल्पसंख्यक वर्ग भी मोदी के चहेते हैं.ये अलग बात है कि इनमें से ज्यादातर टिकटार्थियों की पैरवी में आए थे तो कुछ अपने निजी समस्या की वजह से. सत्ता के तलाश में निकले जयपुर आए मोदी को राहुल गांधी का बयान 'सत्ता जहर है' वाला बयान याद आया. मोदी ने कहा, 'भाईयों, कांग्रेस के नेताओं को जहर की बहुत याद आती है. जहर पीने की बात यहां सब करते हैं. कहते हैं जहर-जहर को मारता है तो लगता है कांग्रेस भ्रष्टाचार मारने के लिए जहर ही पीती है.
रैली में बंजारा की चिट्ठी का भी असर दिखा और बीजेपी का डर भी दिखा.राजनाथ सिंह ने अंदेशा जताया कि बंजारा की चिट्ठी मोदी को फंसाने के लिए है और उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि मोदी अगर फंसते हैं तो सब लोग तैयार रहे. राजनाथ ने कहा,'नरेन्द्र मोदी जी मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि पूरी पार्टी आपके साथ खड़ी है और ये हजारों-लाखों लोगों से आह्वान है कि जरुरत पड़ने पर लोग सड़क पर निकलें.
रैली में भीड़ इतनी ज्यादा थी कि एक दर्जन से ज्यादा लोग बेहोश हुए.भीड़ के पैमाने से वसुंधरा की ये रैली सफल कही जा सकती है जो कांग्रेस की गहलोत सरकार के लिए खतरे की घंटी भी साबित हो सकती है. इस रैली में ओलंपिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और जयपुर की पूर्व राजकुमारी दिया सिंह बीजेपी में शामिल हुए.