राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की प्रमुख ममता शर्मा ने कहा है कि देशभर में लड़कियों के लिए आश्रय स्थल चला रहे संगठनों पर यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी कि कहीं इस तरह के केंद्रों में कोई अपराध या शोषण तो नहीं हो रहा है.
ममता ने कहा कि वह सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और अन्य संबंधित अधिकारियों को देश में लड़कियों के आश्रय स्थलों की कार्यप्रणाली की जांच करने और उनके कामकाज पर लगातार निगरानी रखने के लिए पत्र लिखेंगी.
उनकी यह टिप्पणी जयपुर में हुई उस घटना के मद्देनजर आई है, जिसमें एक एनजीओ द्वारा संचालित एक हॉस्टल में इस केंद्र के कर्मियों ने पांच गूंगी बहरी लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार किया और उनके साथ मारपीट की.
ममता ने कहा कि आवाज फाउंडेशन में लंबे समय से लड़कियों का शोषण हो रहा था. उन्होंने कहा कि एनजीओ को अब काली सूची में डाल दिया गया है और इसका पंजीकरण रद्द कर दिया गया है.