जयपुर के मशहूर सवाईमान सिंह स्कूल में उस समय हंगामा मच गया. जब स्कूल की करीब चालीस महिला टीचर प्रताड़ना की शिकायत लेकर राजस्थान महिला आयोग की दफ्तर पहुंच गईं. इतनी बड़ी संख्या में फरियादी टीचरों को देखकर महिला आयोग ने शिकायतें सुनने के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल खुलवाया गया.
जयपुर के पूर्व महाराज के नाम पर शुरू किए गए इस स्कूल को जयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य चलाते हैं. इस स्कूल में पढ़ाने वाली ज्यादातर महिलाएं राजस्थान के आईएएस, आईपीएस की पत्नियां हैं. महिला आयोग पहुंची ये महिला इस कदर दुखी थीं कि कर रोने लगीं. इनका कहना है कि स्कूल में इन पर मानसिक अत्याचार किया जा रहा है. स्कूल की प्रिंसिपल जानबूझकर प्रताड़ना करती हैं मगर मैनेजमेंट कुछ नहीं करता.
महिलाओं की शिकायत पर महिला आयोग ने जयपुर के पूर्व राजघराने के सदस्य विधा रानी को बुलाया. मगर विधा रानी के वकील महिला आयोग के दफ्कर पहुंचे और कहा कि विधा रानी की तबियत अचानक बिगड़ गई है और वो जयपुर के दुर्लभ जी अस्पताल में भर्ती है. महिला आयोग में पहुंचे एसएमएस स्कूल के वकील अनिरुद्ध सिंगी ने कहा कि टीचरों के सभी आरोप गलत है. इन्होंने जानबूझकर अपने हितों के लिए इस तरह के आरोप लगाए हैं. जबकि महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि हमारे पास 34 टीचरों ने लिखित शिकायत की है. हमने दोनों तरफ की बातें सुनी है और मैनेजमेंट से इनकी शिकायतों पर ध्यान देने को कहा है. गौरतलब है कि इस स्कूल को जयपुर के पूर्व महरानी गायत्री देवी के बेटे जयसिंह का परिवार चलाता है.