धर्म के नाम पर लड़ते समाज में युवाओं को रोजगार देने का धर्म भी चलाया जाना चाहिए. अब दो राज्यों की कहानी दिखाएंगे. दो मुख्यमंत्रियों की तरफ से बेरोजगार नौजवानों को दिया गया भरोसा कैसे टूट रहा है. एक तरफ जहां राजस्थान में टूटे मंदिर को बनवाने दौड़ पड़ी सरकार वहीं बेरोजगार बनाकर छोड़ दिए गए युवाओं के टूटे सपने को जोड़ने के लिए नहीं दौड़ रही है. बता दें कि राजस्थान में कोरोना धीमा पड़ते हीं एक झटके में ही 28 हज़ार कम्यूनिटीहेल्थ ऑफ़िसर को नौकरी से निकाल दिया है. अब ये 43 डिग्री तापमान में राजस्थान भर से जयपुर आकर बैठ गए गए. देखें वीडियो.
28 thousand health workers unemployed in one stroke in Rajasthan. Meanwhile they wrote letter to CM Gehlot with Blood. Watch this video to know more.