टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को रांची के बीजेपी नेताओं को निराश कर दिया. रांची के हटिया विधानसभा सीट से उपचुनाव में खड़े बीजेपी उम्मीदवार धोनी से मिलने से उनके घर पहुंचे थे. लेकिन धोनी उनसे मुलाकात नहीं की और नेताजी को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
बीजेपी जिंदाबाद के ये नारे लग रहे हैं टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के घर के बाहर. रांची के हटिया विधानसभा सीट पर 12 जून को उपचुनाव है. ऐसे में जब बीजेपी उम्मीदवार रामजीलाल सारडा को रांची में धोनी के होने की खबर मिली तो वहां अपने समर्थकों के साथ सीधे पहुंच गए माही के घर.
सारडा के समर्थक बीजेपी और सारडा जिंदाबाद के नारे लगाते रहे. लेकिन धोनी के घर की खिड़की बंद ही रही. काफी देर तक बीजेपी उम्मीदवार माही के बाहर आने का इंतजार करते रहे. घर के भीतर नेताजी ने अपना कार्ड भिजवाया. पुराने संबंधों का वास्ता देकर धोनी के पिता को फोन भी किया. लेकिन ना तो धोनी बाहर आए ना ही उनके पिता. आधा घंटा इंतजार करने के बाद मन मसोस कर नेताजी वापस लौट गए.
गौरतलब है कि धोनी की दोस्ती राज्य के उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो से है. सुदेश महतो की पार्टी आजसू ने भी हटिया विधानसभा क्षेत्र में अपना उम्मीदवार उतारा है. यहां तक कि धोनी के बड़े भाई नरेन्द्र सिंह भी आजसू के प्रचार में जगह-जगह घूम रहे हैं. ऐसे में कहना मुश्किल है कि सुदेश महतो से दोस्ती ने माही के पैर रोक लिए या फिर चुनाव के वक्त बीजेपी प्रत्याशी से मिलकर वो कोई सियासी बखेड़ा खड़ा करना नहीं चाहते थे.
धोनी को रांची का राजकुमार कहा जाता है. उनके चाहने वालों की तादाद बेशुमार है. ऐसे में किसी भी दल के साथ उनका नाम जुड़ना चुनाव में उस दल के लिए फायदेमंद हो सकता है. हो सकता है नेताजी की भी यही तमन्ना हो, लेकिन वो पूरी नहीं हो पाई.