अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर संसद का संयुक्त सत्र बुलाना चाहिए या नहीं, यह बीजेपी की नई दुविधा बन गई है. खबर है कि विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) के कुछ नेता बीजेपी पर ऐसा दबाव बना रहे हैं.
हालांकि वीएचपी ने बीजेपी को ऐसी कोई औपचारिक चिट्ठी नहीं दी है, लेकिन इसके कुछ नेताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं से इस बारे में बात की
है. बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के एक बयान के बाद वीएचपी नेता सक्रिय हुए हैं. वीएचपी के एक कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा था कि राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत न होना राम मंदिर निर्माण में बड़ी बाधा है.
पिछले हफ्ते अयोध्या में विहिप के एक वरिष्ठ नेता के एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा,
'राज्य सभा में बीजेपी के पास बहुमत न होने के कारण राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में कोई कानून बनाने का अभी समय नहीं है.'
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर भी संसद में संयुक्त सत्र बुलाया था.
विहिप के नेताओं को संयुक्त सत्र के जरिए रास्ता नजर आ रहा है. विहिप नेता सुरेन्द्र कुमार जैन ने कहा, 'हमें नहीं पता कि सरकार क्या करेगी और कैसे करेगी. बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अयोध्या में मंदिर बनेगा. लेकिन अगर वो अपना वादा पूरा नहीं करते हैं तो जनता इसका जवाब देगी.'