बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के आरोप पर सफाई देते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि सोना खरीदने से महंगाई बढ़ती है. चिदंबरम ने बड़े ही व्यंग्यात्मक लहजे में बयान जारी कर मोदी को जवाब दिया है.
दरअसल, हाल ही में जोधपुर में एक रैली के दौरान मोदी ने कहा था कि चिदंबरम कहते हैं कि महंगाई सोना खरीदने की वजह से बढ़ रही है.
मोदी को जवाब देते हुए चिदंबरम ने लिखा, 'इतिहास का पाठ पढ़ाने के बाद नरेंद्र मोदी ने अर्थशास्त्र पर अपना पहला सबक दिया है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक उन्होंने जोधपुर में कहा था कि वित्त मंत्री सोने की खरीद को महंगाई से जो़डते हैं.' मोदी पर तंज कसते हुए वित्त मंत्री ने आगे लिखा, 'मैं उनके (मोदी) जितना पढ़ा-लिखा तो नहीं हूं लेकिन जानता हूं कि महंगाई सोना खरीदने की वजह से नहीं, भ्रष्टाचार की वजह से बढ़ रही है.'
उन्होंने लिखा, 'मुझे यह तो याद है कि मैंने कई बार कहा है कि पूरी तरह आयातित सोना खरीदने की वजह से चालू खाते का घाटा (सीएडी) बढ़ा है. लेकिन यह याद नहीं कि मैंने कभी ऐसा कहा हो कि मुद्रास्फीति का कारण सोना खरीदना है. खैर, सभी अर्थशास्त्री (मोदी के सिखाए) इस नए सबक पर ध्यान दें.'
वित्त मंत्री का संकेत मोदी के हालिया भाषणों में इतिहास और कुछ और घटनाक्रम के बारे में हुई चूकों की ओर था. चुनावी रैलियों में दिए गए कुछ भाषणों में ऐतिहासिक तथ्यों में बदलाव को लेकर मोदी विपक्ष के निशाने पर हैं. पटना में एक रैली में उन्होंने कहा था कि चंद्रगुप्त गुप्त वंश के थे. इसी रैली में उन्होंने बिहार की शक्ति की तारीफ करते हुए कहा था कि एलेक्जेंडर की सेना ने दुनिया को जीत लिया लेकिन बिहार आकर हार गया. जबकि सच यह है कि उसकी सेना ने न तो कभी गंगा नदी पार की और न ही उसे कभी बिहार के लोगों ने हराया.
गुजरात के खेड़ा में मोदी ने स्विटजरलैंड से स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की अस्थियां स्वदेश नहीं लाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा था. लेकिन श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम ले लिया था जिन्होंने जनसंघ की स्थापना की थी. जनसंघ बाद में बीजेपी बना. बाद में मोदी ने इस भूल के लिए माफी मांगी थी.