राज्य महिला आयोग महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिये संभाग स्तर से लेकर तहसील और ग्रामीण स्तर तक जन जागरण जागरुकता शिविर लगायेगा.
मध्यप्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य एवं बैतूल प्रभारी ज्योति येवतीकर एवं वंदना मंडावी की संयुक्त पीठ ने कल और आज प्रकरणों की सुनवाई के बाद संवाददाताओं को बताया कि आम तौर पर देखने में आया है कि ग्रामीण महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी नहीं होती है, जिसके चलते वे अपने उपर होने वाले अत्याचारों की शिकायत नहीं कर पाती हैं.
उन्होंने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिये राज्य महिला आयोग द्वारा संभाग, जिला, तहसील एवं ग्रामीण स्तर पर जन जागरुकता शिविर लगायें जायेंगे.
इनमें अत्याचार एवं प्रताडना से पीडित महिलायें न्याय के लिये महिला आयोग के समक्ष गुहार लगा सकेंगी.
उने बताया कि आयोग की संयुक्त बैंच ने कल यहां 25 एवं आज भी 25 प्रकरणों की सुनवाई पूरी की.