इससे पहले कि बिहार में चक्रवाती तूफान का असर कुछ कम होता, शुक्रवार को यहां एक बार फिर आंधी के साथ बारिश हुई. शुक्रवार को मोतिहारी और मुजफ्फरनगर समेत पटना में तेज हवाएं चलीं. यहां तूफान में मरने वालों की संख्या 57 तक पहुंच चुकी है.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को प्रभावित इलाके का संयुक्त हवाई सर्वेक्षण किया. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी नवीनतम रिपोर्ट में काल बैसाखी तूफान से बुरी तरह प्रभावित पूर्णिया में सबसे ज्यादा क्षति हुई है जहां 38 लोगों की मौत की खबर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आठ लोगों की मौत मधेपुरा में, मधुबनी और दरभंगा में तीन-तीन लोगों की मौत और कटिहार एवं सीतामढ़ी में दो लोगों की तथा सुपौल में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
नवीनतम रिपोर्ट में जख्मी लोगों की संख्या 442 बताई गई है जिनमें सभी मधुबनी जिले के है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ पूर्णिया, मधेपुरा और कटिहार का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने पूर्णिया में अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए. केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी हवाई सर्वेक्षण टीम का हिस्सा रहे.
राज्य मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को बिहार के उत्तर पूर्वी हिस्से में गरज के साथ छींटे पड़ने और बारिश होने की संभावना जताई है. राज्य मौसम विभाग के निदेशक ए. के. सेन ने बताया कि ‘वायुमंडल अस्थिरता’ के आधार पर अलर्ट जारी किया गया है, जिसका पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और मोतिहारी जिलों की तरफ पता लगाया गया है. सेन ने कहा, ‘इलाके में गरज के साथ छींटे और बारिश हो सकती है.’
-इनपुट भाषा