परीक्षा का इतिहास पुराना रहा है. पुराणों से लेकर 2015 तक सबने कोई न कोई परीक्षा जरूर दी है. लेकिन एक परीक्षा ऐसी भी है, जिससे इस दौर में हर कोई गुजरा है. इंग्लिश कल्चर और स्कूल-कॉलेज युग में इसे एग्जाम नाम से जाना जाता है. एग्जाम का नाम सुनते ही बहुतों की रूह शरीर से निकलकर अलमारी में पड़े कंबल में घुस जाती है. आगे जानिए ऐसी ही 10 बातें, जो एग्जाम से पहले हर किसी के साथ होती हैं.
1. नींद बहुत आती है: अच्छी सेहत के लिए नींद बेहद जरूरी होती है. इस बात का एहसास अगर कभी सबसे ज्यादा होता है तो वो है एग्जाम से पहले का दौर. एग्जाम की डेटशीट आते ही नींद और उबासी स्टूडेंट्स को घेर लेती है. हां पढ़ाकू टाइप बच्चे इस मामले में अपवाद हैं.
2. इस बार पास करा दे भगवान: एग्जाम से पहले जिन बच्चों के पेपर होते हैं. उन्हें अगर सबसे ज्यादा किसी की याद आती है तो वो है खुदा. भगवान के आगे मथ्था टेककर लगभग हर स्टूडेंट ये कामना जरूर करता है कि हे भगवान इस बार पास करा दे. अगली बार से पक्का पढ़ाई पर ध्यान दूंगा.
3. तबीयत खराब: आज कल सब कुछ मिलावट वाला आ रहा है और इस मिलावटी और जंक फूड का अगर कभी सबसे ज्यादा असर होता है तो वो है एग्जाम टाइम. जिन्होंने पूरे साल पढ़ाई नहीं की है, वो एग्जाम टाइम में हर दूसरे शख्स को अपना माथा छुआते हुए ये कहते नजर आ जाते हैं कि देखना मुझे बुखार है क्या.
4. यार पहले पढ़ लिया होता तो: जब पढ़ने बैठते हैं और कुछ समझ आने लगता है लेकिन वक्त कम ही रहता है तो हर स्टूडेंट के एक जिगर से ये आवाज जरूर आती है कि यार पहले पढ़ लिया होता तो आसानी से पास होकर ज्यादा नंबर ले आता.
5. भूल गया सब कुछ, याद नहीं अब कुछ: अपनी यादों के पिटारे को उठाकर देख लीजिए, अगर आप मेधावी टाइप छात्र हैं और एग्जाम से ठीक पहले रिवीजन करने बैठे हैं तो खुद को कुछ न कुछ भूला हुआ पाते हैं. शायद इसी भूलने की प्रक्रिया को ऑबजर्व करके गजनी फिल्म में शॉर्टटर्म मेमरी लॉस का कॉन्सेप्ट रखा गया था.
6. जय टोटका तंत्र मंत्र: कोई मेरे किए को काट दे तो पैसे वापस. इस लाइन को अगर कोई सबसे ज्यादा सीरियसली लेता है तो वो हैं एग्जाम दौर में डरे सहमे और अंधविश्वासी स्टूडेंट. दही खाना, गाय को खास खिलाना, सांप को दूध पिलाना जैसे काम इसी तंत्र साधना के तहत किए जाते हैं.
7. बचे हुए सारे काम याद आते हैं: एग्जाम से ठीक पहले सालों से पेंडिंग पड़े काम याद आने लगते हैं. कोई रिश्तेदार सालों से बुला रहा हो लेकिन उसके भावों की इज्जत एग्जाम दौर में होती है, जब हम मम्मी से कहते हैं, बुआ इतने महीनों से बुला रही हैं. मम्मी हो आऊं क्या.
8. नोट्स फोटो स्टेट: पूरे साल क्लास में बैठकर 16 पर्ची धप्प या बातों में गुजारने के बाद एग्जाम से पहले हर स्टूडेंट को ये याद आता है कि पास होने के लिए नोट्स जुगाड़ कर लिए जाएं. अब एग्जाम के वक्त तो कोई नोट्स देगा नहीं, इसलिए जेरॉक्स उर्फ फोटो स्टेट की शरण में जाया जाता है.
9. यार तेरी कितनी तैयारी है: हमने क्या किया ये मायने नहीं रखता है. दूसरा इस वक्त क्या कर रहा है, ये जरूरी है. इसलिए एग्जाम से पहले हर स्टूडेंट दोस्त कहीं ज्यादा पढ़ न लिया हो, ये तसल्ली करने के लिए दोस्त से पूछ ही लेता है, यार तेरी कितनी तैयारी है.
10. घूमना, फिल्म देखना भी जरूरी है यार: एग्जाम की डेटशीट पर नजर पड़ते ही अगर कहीं ध्यान जाता है तो वो है मैप. पसंद की जगहों पर जाने की तमन्ना की जड़ पर जैसे कोई पानी सींच देता है. नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म और प्रेरणादायक फिल्म देखना सिलेबस का हिस्सा लगने लगता है.