कॉलेजों में रैंगिंग की खबरों ने ही कोई कसर नहीं छोड़ी थी कि अब स्कूल में रैंगिग की दहलाने वाली खबर कोलकाता से आई है. आरोप है 5वीं की बच्ची की जान स्कूल में रैंगिग की वजह से गई. दुखी मां का इल्जाम है कि 100 रुपए के लिए उनकी लाडली को टॉयलेट में बंद कर दिया था.
कोलकाता के एक नामी स्कूल क्राइस्ट चर्च स्कूल में पढ़ने वाली इस छात्रा का नाम ओइनड्रिला दास बताया जा रहा है. घटना इसी महीने की 4 सितंबर की है. आरोप है कि ऊंची कक्षा की कुछ छात्राओं ने 100 रुपए न देने पर मासूम ओइनड्रिला को टॉयलेट में बंद कर दिया था.
बाद में लड़कियां भूल गईं कि ओइनड्रिला टॉयलेट में बंद है और वो छुट्टी होने पर घर भी चली गईं. कई घंटों के बाद एक सफाई कर्मचारी ने रोने की आवाज सुनकर टॉयलेट का दरवाजा खोला तो हक्का बक्का रह गया. बच्ची को इतना बड़ा सदमा लगा था कि वो बीमार हो गई उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. लेकिन बुधवार को मासूम बच्ची की मौत हो गई.
मासूम ओइनड्रिला की मौत से अब उसकी मां सदमे में है. कहना है उनकी बिटिया की मौत के लिए स्कूल में हुई लापरवाही जिम्मेदार है.
ओइनड्रिला की मां रेखा दास ने कहा, 'मेरी बच्ची जब टॉयलेट गई तो उससे कुछ बड़ी लड़कियों ने 100 रुपये मांगे. वह पैसे कहां से देती. ऐसे में उन लड़कियों ने मेरी बच्ची को टॉयलेट में ही बंद कर दिया.' बच्ची के चाचा अलाकेश दास ने कहा कि उस घटना के बाद से बच्ची काफी डरी हुई थी और सदमें में थी. ओइनड्रिला के मामा अभिजीत घोष ने भी स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगया है.
यकीन नहीं होता कि 5वीं की छात्रा से रैगिंग जैसी घटना हो सकती है. लेकिन जिस परिस्थिति में मासूम ओइनड्रिला की मौत हुई, वो कुछ और सोचने की गुंजाइश भी नहीं छोड़ती है. यकीन मानिए, अगर ये सच है तो मासूमियत पर जरूर बुरी नजर लग गई है.