साल 2016-17 में दुनिया की 34 बेहतरीन मेट्रो सेवाओं में से दिल्ली मेट्रो ने टॉप दस में जगह बना ली है और मेट्रो में सवारी करने वालों की कुल संख्या भी 100 करोड़ पार कर गयी है. जो पूरे देश की जनसंख्या से थोड़ी ही कम है. और इन आंकड़ों ने एक बार फिर से साफ कर दिया है कि दिल्ली मेट्रो दिल्ली-एनसीआर के परिवहन की रीढ़ है. 100 करोड़ से ज्यादा की सवारी का ये आंकड़ा सिर्फ एक वित्तीय वर्ष 2016-17 का है.
पिछले पांच सालों में 43 फीसदी का इज़ाफा
जहां साल 2012-13 में 70 करोड़ लोगों ने दिल्ली मेट्रो की सवारी की थी वहीं ये आंकड़ा इस साल बढ़कर 100 करोड़ को पार कर गया है. इस दौरान यात्रियों की संख्या में ये बढ़ोत्तरी करीब 43 फीसदी की रही जो बीते पांच सालों में सबसे ज्यादा है. हांलाकि इसे देखने के दो नजरिए हो सकते हैं. एक तरफ इसी शानदार ग्रोथ के बूते दुनिया की 34 व्यस्ततम मेट्रो सेवाओं में से टॉप टेन में अब दिल्ली मेट्रो भी शामिल है दूसरी तरफ इसमें सफर करने वाले लोग रोजाना बढ़ रही भीड़ से परेशान हैं.
227 ट्रेनें हैं अब दिल्ली मेट्रो के बेड़े में
दिल्ली मेट्रो के बेड़े में अब कुल 227 ट्रेनें हैं जिनमें से 58 ट्रेनें बड़ी हैं यानी 8 कोच वाली हैं. 128 ट्रेनें 6 कोच वाली हैं और 41 ट्रेनें 4 कोच वाली हैं. डीएमआरसी का कहना है कि साल 2017-18 तक मेट्रो के विशाल बेड़े में 258 और नए कोच जोड़ लिए जाएंगे जिनमें से ज्यादातर 4 और 6 कोच वाली ट्रेनों को बड़ा करने में जोड़े जाएंगे.