अगर आप तंबाकू के आदी हैं तो यह खबर आपकी आंखें खोल सकती है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में तंबाकू सेवन की वजह से 1910-2010 के बीच 35 साल से कम उम्र के 10 करोड़ लोगों की मौत हुई है.
इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट ट्यूबरक्यूलोसिस एंड लंग डिजीज के यूनियन साउथ-ईस्ट एशिया ऑफिस ने राजधानी दिल्ली में हाल में एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें ये हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं.
बीड़ी ने ली सबसे ज्यादा जानें
रिपोर्ट के मुताबिक, 10 करोड़ में से 7.7 करोड़ लोगों की मौत बीड़ी पीने की वजह से हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 100 सालों में 4.52 ट्रिलियन सिगरेट और 40.3 ट्रिलियन बीड़ी का उत्पादन किया गया.
शोधकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने आंकड़ों को बहुत कम कर आंका है, फिर भी मौत के आंकड़े चौंकाने वाले हैं.
भारत में युवाओं की अकाल मौत की बड़ी वजह बीड़ी सेवन है. पिछली सदी के सातवें दशक के बीच में बीड़ी उत्पादन हर साल 0.55 ट्रिलियन था, जो दशक के अंत तक बढ़कर सालाना एक ट्रिलियन पहुंच गया. नब्बे के दशक के बीच में बीड़ी उत्पाद चरम पर पहुंच गया और सालाना एक ट्रिलियन से ज्यादा बीड़ी बनाई जाने लगी. 1998 और उसके बाद के सालों में बीड़ी उत्पादन में कमी आई. 2010 में करीब 605 अरब बीड़ियां बनाई गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, 'हालांकि बीड़ी का उत्पादन और सेवन कम हुआ है, लेकिन 1980 से 2010 तक पी गई बीड़ियों का असर 2015 से 2050 तक महसूस किया जाएगा. आने वाले सालों में सिगरेट का उत्पादन बढ़ेगा क्योंकि बीड़ी पीने वाले सिगरेट पीना शुरू कर सकते हैं और नए लोग बीड़ी की बजाए सिगरेट से शुरुआत कर सकते हैं.'
इस रिपोर्ट के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और कृषि एवं खाद्य मंत्रालय से आंकड़े जुटाए गए. प्रणय जी. लाल और नेविन विल्सन ने यह रिपोर्ट तैयार की है.