एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी ने महात्मा गांधी के अहिंसा एवं सादगी के संदेश को पूरी दुनिया में प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से 14 भाषाओं में 108 गीत वाले विशाल म्यूजिक एलबम का निर्माण किया है.
इस विशाल एलबम में शामिल गीतों को 106 गीतकारों ने कलमबद्ध किया है, लेकिन एलबम निर्माता के समक्ष जो सबसे बड़ी दिक्कत है, वह इन गीतों को प्रस्तुत करने के लिए सही मंच मिलने की. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग में नियुक्ति के दौरान कल्पना पालखीवाला ने लगभग दो दशक पहले जब 14 भाषाओं में लिखी 101 कविताओं का एक संग्रह देखा तो उनके मन में इस एलबम 'बापूगीतिका' के निर्माण का विचार कौंधा.
पालखीवाला ने बताया कि मुझे 14 भाषाओं में लिखी 101 कविताओं का एक संग्रह मिला, लेकिन उस संग्रह में सभी कविताएं हिंदी में अनूदित थीं. यह जानना अपने आप में बेहद रोचक था कि कितनी भाषाओं के कितने लेखकों ने महात्मा गांधी पर कविताएं लिखीं हैं.
इस कविता संग्रह में रवींद्रनाथ टैगोर, मैथिलीशरण गुप्त, सुभद्राकुमारी चौहान, प्रभाकर माचवे और सुब्रमण्यम भारती की कविताएं भी संग्रहीत हैं. पालखीवाला को इस एलबम के निर्माण में दो वर्ष लगे. पालखीवाला के इस बेहद महत्वाकांक्षी म्यूजिक एलबम को 60 गायकों, 65 वाद्यकारों एवं सात संगीतकारों ने साकार किया.