ऑस्ट्रेलिया में एक और भारतीय पर हमले के बाद उसकी आंख के ऑपरेशन का मामला सामने आया है. हमलावरों ने इस बार 12 वर्षीय एक बच्चे को निशाना बनाया है, जिसके चेहरे पर चोट आई है.
इस छात्र ने ‘दि एज’ को बताया कि 18 अक्तूबर को उसके स्कूल, नोबल पार्क स्थित करवाथा कॉलेज में आठ साल के दो बच्चे उसके पीछे आए और उस पर हमला कर दिया. छात्र के मुताबिक वह दोनों हमलावरों को नहीं जानता था.
पीड़ित छात्र ने बताया ‘वे दोनों मेरे पीछे आए और अकारण ही मुझे धक्का देने लगे. जब मैंने उन्हें ऐसा करने से मना किया तो उनमें से एक ने मेरी आंख पर मुझे मारा.’ बच्चे के पिता ने बताया कि इस घटना से उनका परिवार सदमे में है और गोवा वापस लौटने के बारे में सोच रहा है.
उन्होंने बताया कि परिवार अब ‘डरा हुआ है और इस इलाके और स्कूल में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है.’ छात्र के पिता ने बताया कि उनके बच्चे की आंख में टाइटेनियम की प्लेट लगानी पड़ी है और उन्हें डर है कि उसकी आंख में स्थाई तौर पर भी कोई गड़बड़ी आ गई है.
उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि उसके अश्वेत होने के कारण उस पर हमला हुआ, सिर्फ उसकी त्वचा के रंग के कारण.’
दूसरी ओर कॉलेज की प्राचार्य ब्रॉनविन हैमिल्टन ने कहा कि घटना की बारीकी से जांच की जा रही है और वह इसे नस्लवाद से प्रेरित हमला नहीं मानतीं. उन्होंने कहा ‘ये दोनों बच्चे पहले ऐसी किसी घटना में शामिल नहीं रहे हैं.’’ हालांकि उन्होंने कहा कि बच्चे को गंभीर चोटें आईं हैं और स्कूल उसे लेकर बहुत चिंतित है.
प्राचार्य के मुताबिक ‘दोनों संबंधित छात्रों को निलंबित करते हुए उन्हें निष्कासित करने की कार्रवाई संबंधी घोषणा की जा चुकी है. हमने तुरंत कदम उठा लिया था.’ वहीं प्रदेश के शिक्षा मंत्री ब्राउनिन पाइक के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में किसी को डराना-धमकाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.