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दीमापुर हत्याकांड में 18 गिरफ्तार, इंटरनेट पर बैन लगाया गया

नागालैंड के दीमापुर में रेप आरोपी की हत्या के मामले में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. रेप की घटना से आक्रोशि‍त भीड़ ने पिछले गुरुवार को जेल पर हमला करके आरोपी को बाहर निकाला और फिर सरेआम उसकी हत्या कर दी. गिरफ्तार लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है.

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रेप आरोपी की इस तरह की गई थी हत्या
रेप आरोपी की इस तरह की गई थी हत्या

नागालैंड के दीमापुर में रेप आरोपी की हत्या के मामले में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. रेप की घटना से आक्रोशि‍त भीड़ ने पिछले गुरुवार को जेल पर हमला करके आरोपी को बाहर निकाला और फिर सरेआम उसकी हत्या कर दी. गिरफ्तार लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है.

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इसके साथ ही हालात पर काबू पाने के लिए सरकार ने एसएमएस, WhatsApp और इंटरनेट पर बैन लगा दिया है. शहर में कर्फ्यू अब भी जारी है. इस बीच पीड़ित लड़की का आरोप है कि चुप रहने के लिए आरोपी ने उसे 5000 रुपये की पेशकश की थी.

हत्या के इस मामले में असम के विभिन्न हिस्सों में रविवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी है. पुलिस ने कहा कि इस घटना की मोबाइल वीडियो क्लिपिंग के आधार पर गिरफ्तारियां की गई हैं. करीमगंज समेत असम के विभिन्न हिस्सों में पीटकर की गई हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं और किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सख्त नजर रखी जा रही है.

पांच मार्च को भीड़ ने जेल तोड़कर उसे बाहर निकाला लिया. इसके बाद उसे नंगा करके पीटायी की गई और पत्थरों से मारा और घसीटा गया. इसके कारण घायल होने से उसकी मौत हो गई थी.

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केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकार को शनिवार को इस घटना से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा था. दीमापुर में नागालैंड पुलिस अधिकारियों ने भी कहा था कि सैयद फरीद खान की हत्या में संलिप्त लोगों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं और उनके खिलाफ मुकदमा शीघ्र दायर किया जाएगा. हालांकि रविवार सुबह होने के साथ ही खबर आयी की पुलिस ने 14 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है.

नागालैंड के अधिकारियों ने शनिवार को खान का शव उसके परिवार को असम-नागालैंड सीमा पर खतखाती इलाके में सौंप दिया. बाद में उनके शव को असम के करीमनगर जिले में स्थित उसके पैतृक गांव ले जाया गया. शव पहुंचने के बाद जिले के बदरपुर इलाके में तनाव फैल गया. दिल दहला देने वाली हत्या को लेकर लोग उत्तेजित हो गए थे, हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.

खान के भाई जमालुद्दीन खान ने दावा किया कि उसके भाई को दुष्कर्म के मामले में फंसाया गया, क्योंकि आरोप लगाने वाली लड़की की मेडिकल रिपोर्ट में संकेत मिला है कि कोई यौन प्रताड़ना नहीं हुई है. एक अनियंत्रित भीड़ ने गुरुवार को दीमापुर सेंट्रल जेल में घुस गई और फरीद खान को अपने कब्जे में ले लिया.

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पुरानी कारों की खरीद-बिक्री करने वाले 35 वर्षीय सैयद फरीद खान पर एक 20 वर्षीय नागा महिला के साथ 23 और 24 फरवरी को दो अलग-अलग जगहों पर दुष्कर्म करने का आरोप था. पुलिस ने खान को 25 फरवरी को गिरफ्तार किया और निचली अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

भीड़ खान को जेल से घसीटते हुए शहर के घंटाघर पहुंची, जहां उसकी मौत हो गई. जेल से इस स्थान तक की दूरी सात किलोमीटर थी. भीड़ ने उसके बाद उसके शव को घंटाघर में लटका दिया. उसके बाद पुलिस पहुंची और उसने शव को अपने कब्जे में लिया.

नागालैंड सरकार ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और तीन वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. हालात को नियंत्रित न कर पाने की वजह से उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने शनिवार को इस घटना में प्रशासनिक लापरवाही होना स्वीकार किया.

कोहिमा में मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. मामले में दोषी पाए जाने वाले किसी भी अधिकारी को दंडित किया जाएगा. अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.' दीमापुर और राज्य के अन्य हिस्सों में रह रहे प्रवासियों को सुरक्षा का अश्वासन दिया है.

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नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नागालैंड सरकार से दीमापुर में दुष्कर्म के आरोपी कैदी की खुलेआम हत्या करने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा था. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, 'राजनाथ सिंह ने नागालैंड के मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग से बात की तथा उन्हें राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति सचेत रहने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने हत्या के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा.'

असम के ट्रक चालकों ने यहां से दीमापुर और नागालैंड के अन्य हिस्सों के लिए ट्रकों का परिचालन शनिवार को रोक दिया. ट्रक संचालकों के कम से कम 17 संगठनों ने असम में शनिवार को कहा कि जब तक पीड़ित व्यक्ति के परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा. ऑल असम ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के एक सदस्य ने कहा, 'असम मूल के दीमापुर स्थित व्यापारी सैयद फरीद खान की हत्या एक अमानवीय कृत्य है. नागालैंड सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा मुहैया कराए और यह सुनिश्चित करे कि असम के अन्य किसी व्यापारी का नागालैंड में उत्पीड़न नहीं होगा.'

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