कर्ज लेने के मामले में 29 जनवरी को समाप्त पखवाड़े में 14.4 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. इससे इस बात की संभावना बढ़ी है कि यह चालू वित्त वर्ष के अंत तक रिजर्व बैंक के 16 फीसद के अनुमान तक पहुंच सकता है.
पिछले साल की समान अवधि में ऋण वृद्धि 19 फीसद से अधिक थी. हालांकि, 29 जनवरी को समाप्त पखवाड़े में कर्ज लेने के मामले में जो बढ़ोतरी हुई है, वह पिछले कुछ पखवाड़ों के मुकाबले ज्यादा है.
रिजर्व बैंक के अनुमान के अनुसार 29 जनवरी को समाप्त पखवाड़े में ऋण उठाव 14.42 फीसद बढ़कर 30,06,867 करोड़ रुपये रहा जो एक वर्ष पूर्व की समान अवधि में यह 26,27,854 करोड़ रुपये था.
पंद्रह जनवरी को समाप्त पखवाड़े में रिण उठाव में वृद्धि 13.5 फीसद रही थी. रिजर्व बैंक ने 29 जनवरी को अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रिण उठाव में 16 फीसद वृद्धि का अनुमान जताया है.
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के प्रधान अर्थशास्त्री धर्मकृति जोशी ने कहा कि आने वाले दिनों में ऋण वृद्धि होने की संभावना है. इसके मार्च के अंत तक रिजर्व बैंक के 16 फीसद के अनुमान तक पहुंच जाने की संभावना है. ऋण उठाव में वृद्धि का कारण आर्थिक गतिविधियों में तेजी आना है.