ऑपरेशन थिएटर में 16 साल के अरविंद मोहन कुमार के दिमाग के कुछ हिस्सों पर जब डॉक्टर छुरी चला रहे थे तो उस दौरान वह गाना गा रहा था.
निमहंस के डॉक्टरों की टीम मिर्गी के शिकार इस किशोर का एक असामान्य विधि में ऑपरेशन किया. पूरे ऑपरेशन के दौरान अरविंद जगा हुआ था और उसे सिर्फ लोकल एनेस्थिशिया दिया गया था.
यही नहीं, जब उसके दिमाग पर काटने-चीरने का काम चल रहा था तो डॉक्टरों ने उसे गाना गाने के लिए कहा, गाना सुनाया और धुनों को याद करने कहा, जिससे कि दिमाग का वह हिस्सा एक्टिव रहे. धुनों को याद करने के दौरान डॉक्टरों ने उसके दिमाग के सक्रिय भाग का आकलन किया.
छह घंटे की नाजुक और जटिल सर्जरी के बाद डॉक्टर उसके दिमाग के केंद्र बिंदु को दूर करने में सफल रहे और वह हिस्सा बना रहा जो कि उसे संगीत की अनुभूति दे रहा था.