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शहला के हत्यारे का अभी तक कोई सुराग नहीं

आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद की मध्यप्रदेश की राजधानी के आलीशान कोहेफिजा इलाके में उनके घर के सामने हुई हत्या को 100 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है, पर अभी तक हत्यारे का कोई सुराग नहीं मिल सका.

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आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद की मध्यप्रदेश की राजधानी के आलीशान कोहेफिजा इलाके में उनके घर के सामने हुई हत्या को 100 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है, पर अभी तक हत्यारे का कोई सुराग नहीं मिल सका.

शहला की हत्या के ठीक बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह मांग की थी कि इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा कराई जानी चाहिए. इसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार को एक पत्र लिखकर शहला की हत्या की जांच सीबीआई से कराने को कहा.

शहला की हत्या के बाद उनका शव उनके घर के सामने खड़ी उनकी कार से ही बरामद किया गया था. हत्या के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी लेकिन जब उन्हें कोई सुराग नहीं मिला तो जांच का जिम्मा सीबीआई की भोपाल इकाई को सौंप दिया गया.

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मामले की जांच करते हुए पिछले दो महीने में इकाई ने शहला के लैपटाप की जानकारी हासिल की और उनके मोबाइल से किए गए फोन काल्स के बारे में पता लगाया. इसी दौरान इकाई ने बहुत सारे नेताओं, पुलिस अधिकारियों, बिल्डर और कई रसूखदार लोगों से पूछताछ की ताकि हत्या का कोई सुराग मिल सके. बहरहाल, जब इस सबसे कोई फायदा नहीं हुआ तो इस जांच को दिल्ली सीबीआई की विशेष अपराध शाखा को सौंप दिया गया.

दिल्ली सीबीआई की विशेष अपराध शाखा ने शहला की हत्या की जांच के सिलसिले में स्थानीय पुलिस से जहांगीराबाद, कोहेफिजा, मंगलवारा, निशातपुरा और अन्य इलाकों के सजायाफ्ता मुजरिमों की फेहरिस्त मांगी. अपराध शाखा के अधिकारी नेताओं और इन मुजरिमों के रिश्तों के बारे में विस्तार से पता लगाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन कुछ पता चल पाता, इससे पहले ही इनमें से काफी लोग भूमिगत हो गए.

दिल्ली सीबीआई की विशेष अपराध शाखा मामले की जांच के सिलसिले में यहां से बहुत से दस्तावेज ले गई है, जिनकी जांच-पड़ताल की जाएगी. इधर भोपाल के नौ रसूखदार लोगों को इस शाखा ने पूछताछ के लिए फिर से नई दिल्ली बुलाया है.

सीबीआई की भोपाल इकाई ने हत्यारे के बारे में सुराग ढूंढ़ने के लिए फेसबुक पर भी अकाउंट खोला था और इस पर 50 लोगों ने कुछ जानकारियां भी दी थीं लेकिन जब इन जानकारियों से कोई फायदा नहीं हुआ तो इस अकाउंट को बंद कर दिया गया. सीबीआई ने इस हत्या के सिलसिले में 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की और उनके बयान भी दर्ज किए लेकिन फिर भी अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है.

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