जम्मू-कश्मीर में लगातार दूसरे दिन भी आतंकी हमला हुआ. शनिवार को सांबा में सेना के कैंप पर आतंकियों ने धावा बोल दिया. 24 घंटे के भीतर दो आतंकी हमलों से प्रदेश थर्रा उठा. वैष्णो देवी में सुरक्षा बढ़ा दी गई. दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पाकिस्तान को लेकर मुफ्ती सरकार की नरमी पर सवाल उठाए. J-K आतंकी हमलाः दोनों हमले में एक ही टीम का हाथ
अभी चौबीस घंटे का वक्त भी नहीं बीता था कि जम्मू-कश्मीर का एक इलाका फिर से गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. जम्मू के सांबा सेक्टर में तड़के करीब 6 बजे आतंकियों ने सेना के एक कैंप पर हमला बोल दिया. हालांकि कई घंटों के ऑपरेशन के बाद 2 आतंकियों को मार गिराया गया. किसी भी जवान या नागरिक की मौत नहीं हुई, लेकिन दो दिनों में दो आतंकी हमले कई सवाल खड़े हो गए हैं.
शुक्रवार को कठुआ में आतंकियों ने राजबाग पुलिस थाने पर हमला किया. इसके ठीक एक दिन बाद सांबा में सेना के कैंप पर हमला हुआ. कठुआ में 3 जवानों सहित 4 लोगों की मौत हुई, जबकि सांबा में एक नागरिक आतंकी हमले में जख्मी हुआ.
जम्मू-कश्मीर में सरकार बेशक बदल गई है, लेकिन आतंकी हमलों पर लगाम नहीं लग पाया है. हैरानी की बात यह है कि खुफिया विभाग ने पहले ही आगाह कर दिया था कि कठुआ पर हमला करने वाले आतंकी दस्ते के कुछ दहशतगर्द सांबा को निशाना बना सकते हैं. सवाल अब पीडीपी-बीजेपी सरकार की क्षमता पर उठने लगे हैं.
घेरे में सूबे के मुखिया मुफ्ती मोहम्मद सईद भी हैं, जिन्होंने कठुआ में आतंकी हमलों पर पाकिस्तान पर नरमी दिखाई. मुफ्ती की नीयत पर सवाल खुद केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी उठाया.
जम्मू-कश्मीर अभी भी आतंकियों के रडार पर है. सरकार बदली, लेकिन अमन के दुश्मनों के हौसले में कमी नहीं आई है.