यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे 'द एनर्जी एंड रिसोर्सिस इंस्टिट्यट'(टेरी) के कार्यकारी उपाध्यक्ष आरके पचौरी के खिलाफ अब टेरी के छात्रों ने भी मोर्चा खोल दिया है. टेरी के 2013-15 बैच के स्टूडेंट्स ने सात मार्च 2016 को होने वाले दीक्षांत समारोह में पचौरी के हाथों डिग्री लेने से इनकार कर दिया है.
विरोध कर रहे छात्रों ने संस्थान के कार्यवाहक वीसी राजीव सेठ को पत्र लिखकर कहा कि हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि दीक्षांत समारोह में आर के पचौरी के हाथों से डिग्री नहीं लेंगे. विरोध करने वाले ये 20 छात्र एमए, एमबीए, एमएससी और एमटेक कोर्स से है. छात्रों ने आगे लिखा कि हमें भरोसा है कि मैनेजमेंट बोर्ड गर्वनर काउंसिल में उनकी नियुक्ति के फैसले पर विचार करेगा. इस पत्र की कॉपी विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट बोर्ड को भी भेज दी गई है.
यौन उत्पीड़न का एक और आरोप
टेरी के पूर्व प्रमुख आरके पचौरी पर एक दूसरी महिला पूर्व कर्मचारी ने भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. हाल ही में प्रमोशन हासिल करने वाले पचौरी ने मंगलवार को ही अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर दिल्ली हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया है.
यौन उत्पीड़न के आरोपी को मिला प्रमोशन
सहकर्मी द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बावजूद टेरी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत आरके पचौरी को आठ फरवरी को इस संस्था के वाइस चेयरमैन के रूप में पदोन्नति दी गई. दशकों से टेरी की कमान संभाले पचौरी के लिए यह पोस्ट हाल ही में बनाई गई है जिससे संस्था पर उनका कार्यकारी नियंत्रण बना रहे. इसी बीच बीते 35 सालों से टेरी की कमान संभाले पचौरी की जगह टेरी के डायरेक्टर चुने गए अजय माथुर ने पदभार संभाल लिया है. गवर्निंग काउंसिल ने माथुर को बीती जुलाई में इस पद के लिए चुना था.