मुंबई पुलिस ने अहमदाबाद और दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के सिलसिले में अब तक इंडियन मुजाहिदीन के 20 संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें चार सॉफ्टवेयर पेशेवर है. दावा किया गया है कि इनकी गिरफ्तारी से आतंकी ई-मेल की गुत्थी सुलझा ली गई है.
इन सभी के बारे में कहा गया है कि अहमदाबाद और दिल्ली में हुए विस्फोटों से ठीक पहले इन्ही लोगों ने धमकी भरे ई मेल भेजे थे. तीनों मेल मुंबई के सानपाड़ा, माटुंगा स्थित खालसा कॉलेज और चेंबूर स्थित एक निजी कंपनी से वाई-फाई कनेक्शन की सहायता से भेजे गए थे.
मुंबई पुलिस आयुक्त हसन गफूर ने सोमवार को इस संबंध में जानकारी दी. उन्होने कहा कि यह सभी गिरफ्तारियां दस दिनों के अंदर हुई हैं. सॉफ्टवेयर पेशेवरों की गिरफ्तारी रविवार को हुई.
गफूर ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से की गई पूछताछ से पता चला कि यह सभी मुंबई में नवरात्रि में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर पेशेवरों ने बम विस्फोटों से पहले तीन धमकी भरे ई-मेल भेज थे.
गिरफ्तार लोगों में मोहम्मद मंसूर असगर पीरभोए शामिल है, जो कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में नौकरी कर चुका है. इसके अलावा गिरफ्तार किए गए मोबिन कादिर शेख और आसिफ बशीरूद्दीन भी सॉफ्टवेयर जानकार हैं.
मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त राकेश मारिया ने कहा कि इन सभी को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, पुणे, मैंगलोर और कोच्चि से गिरफ्तार किया गया है.