भोपाल गैस त्रासदी के पच्चीस साल पूरे हो गए हैं. आज से ठीक 25 साल पहले हुई इस दुखद त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. यूनियन कार्बाइड कारखाने से निकली जहरीली गैस से तीन हजार से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ दिया था और पांच लाख से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए थे.
इस हादसे की 25वीं बरसी के मौके पर भोपाल में पीड़ित परिवारों ने मशाल जलूस निकाला. उधर कला जगत से जुड़े लोगों ने अलग अंदाज में हादसे के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि दी. तमाम कलाकारों ने एक मंच पर इकट्ठा होकर संगीतमय श्रद्धांजलि पेश की.
भोपाल में इस दौरान हुए संगीत कार्यक्रम में देश-विदेश से आए कलाकारों ने शिरकत की. कलाकारों ने भोपाल गैस पीड़ितों के प्रति संगीत के जरिए अपनी संवेदनाएं अभिव्यक्त कीं. इस मौके पर इन कलाकारों ने खास तौर पर राग-भैरवी पर आधारित एक प्रार्थना भी की.
भोपाल गैस कांड के 25 साल पूरे होने पर योग गुरू बाबा रामदेव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसमें देश से मल्टीनेशनल कंपनियों को भगाने के लिए अभियान शुरू करने का एलान किया. उनका कहना था कि 25 साल बाद भी भोपाल गैस कांड के दोषियों को सही सजा नहीं दी जा सकी है जिसके लिए नेता और नौकरशाह जिम्मेदार हैं.
भोपाल गैस कांड की बरसी सिर्फ भोपाल में ही नहीं, बल्कि बेल्जियम में भी बनाई गई. बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में लोगों ने डाउ केमिकल्स के दफ्तर के आगे प्रदर्शन किया. आपको बता दें कि यूनियन कार्बाइड की भोपाल फैक्ट्री डाउ केमिकल्स ने ही खरीदी है. डाउ का कहना है कि भोपाल गैस कांड के पीड़ितों को दिए जाने वाले मुआवजे का केस 20 साल पहले ही सेटल हो चुका है. भारत सरकार को 470 मिलियन डॉलर दिए गए थे. लेकिन गैर सरकारी संगठनों का कहना है कि नुकसान को देखते हुए वो मुआवजा बहुत कम है और मुआवजा देने के बाद भी कंपनी की जिम्मेदारियां खत्म नहीं हो जातीं.