मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ बार बार सबूत मुहैया कराये जाने के बावजूद पाकिस्तान की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी लेकिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को उस समय भारी सफलता मिली, जब इंटरपोल ने मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में कथित भूमिका निभाने वाले पांच पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ गिरफ्तारी के अंतरराष्ट्रीय वारंट जारी कर दिये.
खुफिया सूत्रों ने बताया कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस हैं, उनमें पाकिस्तानी सेना के दो मेजर भी शामिल हैं. लश्कर ए तय्यबा के आंतकवादी डेविड कोलमैन हेडली की मुंबई हमले में भूमिका की जांच कर रही एनआईए ने दिल्ली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश का दरवाजा खटखटाया था, जिसने पांचों पाकिस्तानियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये हैं.
सूत्रों ने बताया कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ इंटरपोल ने नोटिस जारी किये हैं, उनमें इलयास कश्मीरी, मेजर समीर अली, मेजर इकबाल, अब्दुर्रहमान हाशिम उर्फ पाशा और साजिद मजीद उर्फ साजिद मीर शामिल हैं. भारत के आग्रह पर इंटरपोल ने गिरफ्तारी के नोटिस जारी किये. भारत के आग्रह पर इंटरपोल ने लश्कर के संस्थापक आतंकवादी हाफिज सईद और उसके नजदीकी सहयोगियों जकी उर रहमान लखवी और मुहम्मद रमाधान मुहम्मद सिददीकी उर्फ अबू हमजा के खिलाफ पहले ही रेड कार्नर नोटिस जारी किये थे.{mospagebreak}
सूत्रों ने बताया कि इस साल जून में अमेरिका में हेडली से पूछताछ करने गये एनआईए के दल द्वारा जांच रपट सौंपने के बाद अदालत ने पांचों पाकिस्तानियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये हैं. इस बीच गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारत ने मुंबई आतंकी हमले के सिलसिले में पाकिस्तान को कई दस्तावेज (डोजियर) सौंपे हैं, जिनमें इन पांचों पाकिस्तानी नागरिकों के नाम हैं. हेडली ने मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों को निर्देश देने वाले लोगों की आवाज को पहचानने में एनआईए के अधिकारियों की मदद की थी.
उन्होंने बताया कि निर्देश देने वालों में अबू हमजा का नाम शामिल है, जिसने बेंगलूर स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान पर हमला किया था और मुंबई हमले का भी प्रमुख साजिशकर्ता था. हेडली ने लश्कर के एक अन्य शीर्ष आतंकवादी साजिद माजिद की भी पहचान की है, जिसने आतंकवादियों को चाबड हाउस पर हमला करने का निर्देश देते हुए कहा था कि कोई भी इजराइली जिन्दा नहीं बचना चाहिए.
सूत्रों ने बताया कि अब्दुर्रहमान 2007 में पाकिस्तानी सेना से मेजर के रूप में रिटायर हुआ था. उसने लश्कर के साथ मिलकर काफी काम किया है और हेडली की गतिविधियों में भी साथ दिया था. उसे 2009 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया. मेजर इकबाल हेडली को निर्देश देने वालों में प्रमुख था और उसने हेडली को धन मुहैया कराने के अलावा खुफिया जानकारी एकत्र कर सौंपी थी.{mospagebreak}
इकबाल ने ही हेडली को अगस्त 2006 में भारत जाने के लिए 25 हजार डालर दिये थे. एक अन्य पाकिस्तानी मेजर समीर अली का नाम भी हेडली ने एनआईए को बताया था. इंटरपोल ने पिछले साल 25 अगस्त को हाफिज सईद, लखवी और अबू हमजा के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किये थे. ये नोटिस मुंबई की एक अदालत द्वारा उनके खिलाफ मुंबई आतंकी हमले के सिलसिले में गैर जमानती वारंट जारी करने के बाद जारी हुए थे.
सूत्रों के अनुसार भारत ने लश्कर के कमांडर जरार शाह और अबू अल कामा के खिलाफ भी इसी तरह के वारंट जारी करने का आग्रह इंटरपोल से किया है. इन लोगों के खिलाफ इंटरपोल को पर्याप्त सबूत मुहैया कराये गये हैं. सईद ने 2007 से 2008 के बीच आतंकवादियों को पाकिस्तान के मुरीदके (लश्कर मुख्यालय), मानशेरा, मुजफ्फराबाद, अजीजाबाद, पांच टेनी और पाक अधिकृत कश्मीर में कथित रूप से प्रशिक्षण दिया था.