भारत ने गुरुवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद जैसे आतंकवाद के सरपरस्त लोगों पर मुकदमा नहीं चलाए जाने से यह मतलब लगाया जाएगा कि पाकिस्तान मुम्बई हमलों के आरोपी लोगों को सजा दिलाने से पीछे हट रहा है.
केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने भारत द्वारा सईद के खिलाफ कोई सुबूत नहीं सौंपे जाने के पाकिस्तान के दावे पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा ‘‘जकी-उर-रहमान लखवी भी हमलों के मुख्य षड्यंत्रकारियों में से है. और लोग भी शामिल हैं. हम उनके नाम जानते हैं और पाकिस्तान भी उनके नाम से वाकिफ है.’’
चिदम्बरम ने संवाददाताओं से कहा ‘‘अगर वे अन्य लोगों पर मुकदमा नहीं चलाते हैं तो हमें अनिच्छा और दुख के साथ यही समझना होगा कि पाकिस्तान अपने कदम वापस खींच रहा है.’’ वह पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद-रोधी अदालत में दायर आरोपपत्र में सईद का नाम शामिल नहीं करने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे. आरोपपत्र में लखवी समेत लश्कर के कई अन्य आतंकवादियों के नाम शामिल हैं. भारत सईद के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग कर रहा है.
मुम्बई हमलों में कथित रूप से शामिल होने की वजह से इंटरपोल ने सईद के खिलाफ रेडकॉर्नर नोटिस जारी किया था. बहरहाल, पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत ने उसके साथ सईद के बारे सुबूत नहीं बल्कि सिर्फ सूचना साझा की है. पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने लखवी समेत सातों अभियुक्तों के मामले की सुनवाई कर रही अदालत को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में कहा कि मुम्बई हमलों के सिलसिले में गिरफ्तार किये गए लोगों पर मुकदमा चलाने के लिहाज से पर्याप्त सुबूत मौजूद हैं.