2जी घोटाले के सिलसिले में संयुक्त संसदीय समिति की बैठक से बीजेपी सदस्यों ने यह दावा करते हुए वॉक आउट किया कि उन्हें गवाहों की सूची को अंतिम रूप देने का मुद्दा उठाने की इजाज़त नहीं दी गयी.
बीते 22 अगस्त को भी बीजेपी के सदस्य यह आरोप लगाते हुए जेपीसी की बैठक से बाहर आ गए थे कि जेपीसी के समक्ष पेश होने वाले गवाहों की सूची में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम के नाम शामिल करने की उनकी मांग पर कांग्रेस के सदस्यों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था.
बैठक में मौजूद सदस्यों ने कहा कि यशवंत सिन्हा की अगुवाई में बीजेपी सदस्य उस वक्त बैठक से वॉक आउट कर गए जब जेपीसी अध्यक्ष पी सी चाको ने कहा कि समिति पहले पूर्व वित्त सचिव एवं मौजूदा आरबीआई गवर्नर डी सुब्बाराव के मौखिक बयान लेगी. अप्रैल 2007 से सितंबर 2008 के बीच वित्त सचिव रहे सुब्बाराव मंगलवार को जेपीसी के सामने पेश हुए.