संसद में गतिरोध की स्थिति जस की तस है और इसी के चलते आज लगातार 12वें दिन लोकसभा और राज्यसभा में कामकाज ठप रहा तथा हंगामे के कारण दोनों सदनों की बैठकें एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयीं.
नौ नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन से हो रहे हंगामे के कारण अभी तक दोनों सदनों में न तो प्रश्नकाल हो पाया है और न ही कोई खास विधायी कार्य.
विपक्ष 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले तथा अन्य मामलों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग पर अड़ा है तो वहीं सत्ता पक्ष कर्नाटक में भाजपा की येदियुरप्पा सरकार को हटाने की मांग कर रहा है.
लोकसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष, किसी ओर कोई बड़ा नेता मौजूद नहीं था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सदन के नेता प्रणव मुखर्जी और उधर विपक्ष में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज तथा वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीटें खाली पड़ी थीं.
लोकसभा में आज बैठक शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने ग्वांग्झू एशियाई खेलों में शानदार जीत के लिए भारतीय खिलाड़ियों को सदन की ओर से बधायी दी.
इसके बाद, लोकसभा में मीरा कुमार और राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, भाजपा, शिवसेना, जदयू और अन्नाद्रमुक तथा सपा, राजद और बीजद के अधिकतर सदस्य ‘जेपीसी’ की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए.
लोकसभा में भाजपा और सपा सदस्य अपने हाथों में जेपीसी जांच कराने की मांग से संबंधित पोस्टर लिये हुए थे.
लोकसभा में कांग्रेस के कई सदस्य कर्नाटक सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए अगली पंक्ति में आ गए. कांग्रेस सदस्य अपने हाथों में पर्चे लिये हुए थे जिसमें भूमि आवंटन मामले में भाजपा शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को बर्खास्त करने की मांग की गई थी.
हंगामे के कारण दोनों सदनों की बैठकें कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयीं.