कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुरली मनोहर जोशी को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में राजस्व को भारी नुकसान बताने वाली नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की मसौदा रिपोर्ट को लेकर पैदा हुए विवाद पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
प्रधान अंकेक्षक आर. पी. सिंह ने टेलीविजन चैनलों से कहा है कि 2जी पर सीएजी की रिपोर्ट जोशी से प्रभावित है और रिपोर्ट में जिस नुकसान का आकलन किया गया है, उसे मसौदा रिपोर्ट में उन्होंने हटा दिया था, लेकिन अंतिम रिपोर्ट में इसे फिर शामिल कर लिया गया.
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कहा, 'गौर करने वाली बात है कि मई 2010 में जब आर. पी. सिंह ने मसौदा रिपोर्ट तैयार किया था तो इसमें राजस्व को 20,645 करोड़ रुपये का नुकसान होने की बात कही गई थी. लेकिन नवंबर 2010 में जब रिपोर्ट संसद में पेश की गई तो इसमें राजस्व को एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने की बात कही गई. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?'
तिवारी ने कहा, 'सीएजी के पूर्व अधिकारी ने जोशी के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाए हैं. उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.'
कांग्रेस के नेताओं ने इस भाजपा और सीएजी से जवाब मांगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा, 'मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा की जाएगी.'
वहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास ने कहा, 'आर. पी. सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों ने सीएजी की स्थिति को लेकर सवाल उठाए हैं. यह राजनीति के लिए अच्छा नहीं है.'