विवादास्पद आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाला से कांग्रेस और राकांपा के और नेताओं के जुड़े होने की खबरों के बीच महाराष्ट्र के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और राकांपा के एक नेता ने आज दावा किया कि उन्होंने सदस्यता के लिए किसी भी व्यक्ति की सिफारिश नहीं की थी.
केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख और मौजूदा राजस्व मंत्री राणे (दोनों पूर्व मुख्यमंत्री) और महाराष्ट्र के मौजूदा जल संसाधन मंत्री अजीत पवार ने अपने खिलाफ आरोपों को खुद को बदनाम करने का प्रयास बताकर खारिज कर दिया है. पवार केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के भतीजे हैं.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि सिर्फ समाचार पत्र हाउसिंग सोसाइटी मुद्दे पर ‘हो-हल्ला’ कर रहे हैं. देशमुख, पवार, राणे और शिंदे का बयान टेलीविजन चैनलों की उन रपटों के मद्देनजर आया है जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र के कांग्रेस-राकांपा के कुछ शीर्ष नेताओं ने आदर्श सोसाइटी में अपने सहयोगियों और अपने जान-पहचान के लोगों को फ्लैट दिलाने के लिए उनके नामों की सिफारिश की थी.
31 मंजिले आवासीय परिसर घोटाले में नित नए गड़े मुर्दे निकलकर सामने आ रहे हैं. इस परिसर का निर्माण जिस भूमि पर किया गया है वह मूलत: कारगिल युद्ध के नायकों और उनकी विधवाओं के लिए थी. अब इस मामले में एक-दूसरे पर दोष मढ़ने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. देशमुख ने कहा कि उन्होंने 20 लोगों के आशय पत्र (एलओआई) को मंजूर किया था, जो सोसाइटी का सदस्य बनना चाहते थे. लेकिन उन्होंने ऐसा तब किया जब तत्कालीन राजस्व मंत्री और मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कथित तौर पर सिफारिश की थी.{mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘यह सूची मेरी मंजूरी के लिए सिर्फ प्रति हस्ताक्षर के लिए आई थी और आप इसे विश्वास में करते हैं.’ देशमुख का यह बयान उन खबरों के बीच आया है जिसमें कहा गया है कि उनके तीन सहायकों के नाम पर सोसाइटी में फ्लैट है.
देखमुख ने कहा, ‘मैंने किसी के मामले की अनुशंसा नहीं की थी. सोसाइटी में ऐसा कोई नहीं है जो दावा कर सके कि वह मेरा रिश्तेदार है या नजदीकी है. यह मुझे बदनाम करने की साजिश लगती है.’’
अपने रिश्तेदारों का नाम लाभार्थियों में आने के बाद चव्हाण पहले से ही मुसीबत में है. पद पर उनके बने रहने के बारे में कांग्रेस आला कमान को फैसला करना है.
शिंदे ने कहा, ‘आदर्श मोर्चे पर दिल्ली में बहुत कुछ नहीं हो रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘बहुत कुछ नहीं हो रहा है. यह सिर्फ समाचार पत्र हैं जो हो-हल्ला मचा रहे हैं.’ राणे ने उन रपटों का खंडन किया जिसमें कहा गया है कि सोसाइटी में उनके एक करीबी को फ्लैट दिलाने में उनकी भूमिका थी.
उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा एक भी व्यक्ति दिखाएं जो मेरा रिश्तेदार हो या जिसे मैं जानता हूं जो सोसाइटी का सदस्य हो.’ पवार ने कहा, ‘‘मैंने सदस्यता के लिए किसी के भी नाम की अनुशंसा नहीं की है.’