पुराने शहर के किशनबाग इलाके में पुलिस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई. पुलिस को कथित तौर पर धार्मिक झंडा जलाए जाने के कारण भड़के सांप्रदायिक झड़प के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चलानी पड़ी. इस घटना में कुछ पुलिसकर्मियों के अलावा सात लोग घायल हो गए. पुलिस ने अशांत राजेंद्रनगर पुलिस स्टेशन इलाके में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है.
आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) वी एस के कौमुदी ने बताया, ‘घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की जान गयी. हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.’
कौमुदी ने बताया कि अशांत इलाके में सिटी पुलिस के साथ ही त्वरित कार्रवाई बल की तीन कंपनियों और आंध्र प्रदेश स्पेशल पुलिस की दो कंपनियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
सिटी पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने बताया, ‘दो समूहों के बीच दंगे की एक घटना हुयी और स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इसका आगे कोई परिणाम नहीं हो.’ उन्होंने कहा, ‘हम शहर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं. कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए गश्ती वाहन निकला हुआ है. हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे इस तरह की घटनाएं नहीं हो.’ दो समुदाय के बीच झड़पों के कारण पुराने शहर में तनाव व्याप्त हो गया है जिसके बाद अतिरिक्त बलों को वहां रवाना किया गया है.
दोनों समुदाय के कुछ सदस्यों ने एक दूसरे पर पथराव किया और वाहनों तथा घरों पर हमला किया. आगजनी की खबरें भी मिली है.
राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर कानून और व्यवस्था की समीक्षा की.