कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में चाल्लकेरी इलाके में रविवार तड़के राज्य सड़क परिवहन की एक बस पलटने से उसमें लगी आग में झुलसकर दस बच्चे, 15 महिलाओं समेत तीस लोग मारे गए और 25 अन्य घायल हो गए.
पुलिस का कहना है कि यहां से लगभग 40 किलोमीटर दूर तड़के ढ़ाई बजे के आसपास यह दुर्घटना हुई जिसमें पांच लोग जिंदा जल गए. राज्य सड़क परिवहन मंत्री आर अशोक ने संवाददाताओं से कहा कि शुरआती जांच के मुताबिक, बस चालक की ‘लापरवाही’ से वजह से दुर्घटना हुई.
जिला पुलिस अधीक्षक एल राम ने कहा, ‘दुर्घटना में कुल 30 मुसाफि़र मारे गए हैं.’ पुलिस को संदेह है कि चालक को झपकी आई होगी और बस एक अवरोधक से टकरा गई. इसके बाद बस पलट गई और उसके डीज़ल टैंक में आग लग गई जिसने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लगभग साठ मुसाफिरों में से चार बस में से कूद कर निकल गए, 25 अन्य को बचा लिया गया. उन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
गंभीर रूप से घायल तीन मुसाफिरों को चित्रदुर्ग के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने कहा कि अभी तक नौ शवों की शिनाख्त हो गई है और बुरी तरह से जले शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच की योजना है. बस गुलबर्गा जिले के सुरतापुर से बेंगलूर जा रही थी. पुलिस का कहना है कि खचाखच भरी इस बस में ज्यादातर गरीब श्रमिक सवार थे जो अपने इलाके में नरेगा कार्यक्रम बाधित होने के कारण रोजी-रोटी की तलाश में बेंगलूर जा रहे थे. नरेगा कार्यक्रम बाधित होने की वजह स्पष्ट नहीं है.
{mospagebreak}सुरतापुर से भाजपा सांसद नरसिम्हा नाइक ने नरेगा के तहत काम स्थगित होने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है. नाइक ने कहा कि इसकी वजह से बड़ी संख्या में श्रमिकों को मानसून से पहले रोजगार की तलाश में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा.
सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक लाख रूपये का मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है.
दुर्घटनाग्रस्त बस नार्थ-ईस्ट कर्नाटका रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एनईकेआरटीसी) की थी. एनईकेआरटीसी के प्रबंध निदेशक शंकर पाटिल ने बताया कि प्रारंभिक सूचना के मुताबिक ‘चालक एक अन्य बस से टकराने से बचना चाहता था.’ आग लग जाने के कारण हताहतों की संख्या ज्यादा है. उन्होंने बताया, ‘बस गुलबर्गा जिले के सुरपुर से बेंगलूर जा रही थी. नियम के अनुसार हमने दो चालकों को रखा था. एक चालक का नाम शेट्टी था और उसका अनुभव 20 वर्षों का था. दूसरे चालक का नाम चेपैयार था उसका भी अनुभव पांच वर्ष का था.
चित्रदुर्गा के पुलिस अधीक्षक एल राम ने बताया, ‘तीन व्यक्तियों की हालत नाजुक बनी हुई है. उन्हें चित्रदुर्गा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामूली रूप से घायल 25 लोगों को (अन्य) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना स्थल से सभी शवों और घायलों को अस्पताल लाया गया है. हताहतों के उनके संबंधियों को शवों की पहचान के लिये सूचना दे दी है.’ जिलाधिकारी करूणाकर रेड्डी ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया है.