पाकिस्तान की सरकार ने एक जानेमाने पत्रकार की हत्या की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है, जबकि हिंसा की ताजा घटनाओं में 31 लोगों की जान चली गई.
पाकिस्तान का वित्तीय केंद्र बुधवार की रात से राजनीतिक हिंसा की गिरफ्त में है और अब तक कम से कम 31 लोग मारे जा चुके हैं. इनमें से अधिकतर मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट और अवामी नेशनल पार्टी के हैं.
हिंसा की ताजा घटना में जियो टेलीविजन चैनल के संवाददाता वली खान बाबर भी मारे गए थे. प्रदर्शनकारी पत्रकारों को शांत करने के लिए गृह मंत्री रहमान मलिक कुछ धार्मिक नेताओं से बात करने वाले हैं. पत्रकारों ने बाबर के हत्यारों की गिरफ्तारी में असफल रहने के कारण सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.