तमिलनाडु सरकार ने रविवार को कहा कि राज्य के 311 तीर्थयात्री और पर्यटक भूकंप से प्रभावित नेपाल में फंसे हुए हैं और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसके अलावा हेल्प डेस्क की भी स्थापना की गई है.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में रविवार को बताया गया कि भूकंप के बाद तमिलनाडु सरकार ने तत्काल यह पता करने के लिए कदम उठाए कि क्या राज्य के लोग नेपाल में फंसे हुए हैं. इसके बाद अब उन्हें निकालने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. नेपाल गए पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार 311 लोग वहां फंसे हुए हैं.
इसमें कहा गया है कि तमिलनाडु के लोग नेपाल में सुरक्षित हैं और राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सभी उपाय किए हैं. वहां फंसे लोगों के परिजनों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है. नेपाल में फंसे लोगों के परिजन दिल्ली में तमिलनाडु भवन में हेल्प डेस्क की मदद ले सकते हैं. उनके फोन नंबर 011-21493460 और 011-24193456 हैं. वे राहत आयुक्त के कार्यालय में निशुल्क नंबर 1070 पर भी संपर्क कर सकते हैं.
सरकार ने कहा कि दिल्ली में तमिलनाडु भवन के अधिकारियों को बचाव कार्य के लिए निर्देश जारी किए गए हैं. इस संबंध में विदेश मंत्रालय से संपर्क रखने के लिए एक अधिकारी को तैनात किया गया है. दिल्ली हवाई अड्डे पर दो अधिकारियों की तैनाती की गई है ताकि लौटने वाले लोगों को तमिलनाडु भवन लाया जा सके और फिर राज्य में उनके संबंधित शहरों तक लौटने की व्यवस्था की जा सके. लौटने वाले लोगों को दिल्ली के तमिलनाडु भवन में रुकने और उनकी राज्य में वापसी के लिए सभी व्यवस्था की गई है.
इनपुट: भाषा