भारतीय क्रिकेट टीम के खराब फार्म और बदकिस्मती का सिलसिला तीसरे एक दिवसीय मैच में भी जारी रहा और इंग्लैंड ने उसे डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर तीन विकेट से हराकर श्रृंखला में 2-0 की बढत बना ली.
भारत ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर सात विकेट पर 234 रन बनाये. जवाब में इंग्लैंड ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 95 रन बनाये थे जब बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा. इंग्लैंड को बाद में 43 ओवर में 218 रन का संशोधित लक्ष्य मिला जो उसने पांच गेंद और तीन विकेट शेष रहते हासिल कर लिया.
इंग्लैंड के लिये सलामी बल्लेबाज क्रेग कीसवेटर ने 51 जबकि रवि बोपारा ने 40 रन बनाये. बोपारा और टिम ब्रेसनन (28) ने छठे विकेट के लिये 60 रन जोड़े. भारत की ओर से रविंदर जडेजा ने दो और आर अश्विन ने तीन विकेट लिये लेकिन हार को नहीं टाल सके.
इससे पहले भारतीय पारी की शुरूआत बेहद खराब रही. उसके चार विकेट 25 और पांच विकेट 19वें ओवर में 58 रन पर उखड़ चुके थे. इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (69) और रविंदर जडेजा (78) ने छठे विकेट के लिये 112 रन जोड़े. जडेजा और आर अश्विन (नाबाद 36) ने सातवें विकेट के लिये सिर्फ 31 गेंद में 59 रन की साझेदारी की.
जेम्स एंडरसन ने भारतीय शीषर्क्रम को नेस्तनाबूद करके सात ओवर के पहले स्पैल में 24 रन देकर तीन विकेट लिये. उन्होंने राहुल द्रविड़ (2) को रन आउट करने में भी अहम भूमिका निभाई. इस सत्र की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेलने वाले धोनी ने 103 गेंद का सामना करके पांच चौके लगाये. वहीं देर से टीम से जुड़ने और 10 महीने में पहला वनडे खेलने वाले जडेजा ने 89 गेंद में दस चौकों की मदद से 78 रन बनाये.
उसने एक या दो में ही रन लिये और अपनी पारी में सिर्फ सात चौके लगाये. भारतीय पारी में 32वें से 41वें ओवर के बीच एक भी चौका नहीं लगा और दोनों बल्लेबाजों ने सिर्फ 37 रन जोड़े.
धोनी ने अपना अर्धशतक 69 गेंद में और जडेजा ने 73 गेंद में पूरा किया. भारत ने 44वें ओवर में पावरप्ले लिया जब स्कोर पांच विकेट पर 167 रन था.
पावरप्ले में फील्ड के आक्रामक जमावड़े का फायदा मेजबान टीम को धोनी के विकेट के रूप में मिला. इसके साथ ही 156 गेंद में 112 रन की साझेदारी का भी अंत हो गया. युवा रविचंद्रन अश्विन ने जेड डर्नबाक को फाइन लेग में और फिर विकेटकीपर के सिर के उपर से चौका लगाकर अपने तेवर जाहिर कर दिये.
इसी ओवर में जडेजा ने भी दो चौके लगाये. डर्नबाक के इस ओवर में 19 रन बने जो पारी का 46वां ओवर था. बल्लेबाजी पावरप्ले का आखिरी ओवर एंडरसन ने फेंका और 16 रन दिये.
जडेजा ने पहली दो गेंद मिडआफ में खेली. भारत ने बल्लेबाजी पावरप्ले के पांच ओवर में 51 रन बनाये.
बल्लेबाजी पावरप्ले के आखिर में भारत के छह विकेट पर 218 रन थे. जडेजा 75 और अश्विन 26 रन बनाकर खेल रहे थे. दोनों के बीच 50 रन की साझेदारी सिर्फ 26 गेंद में पूरी हुई. जडेजा आखिरी ओवर में लांग आन पर कैच देकर आउट हुए. अश्विन 19 गेंद में पांच चौकों की मदद से 36 रन बनाकर नाबाद रहे. भारत ने आखिरी दस ओवर में 84 रन बनाये.
इससे पहले भारत ने शुरूआती ओवर में ही फार्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे (0) का विकेट गंवा दिया. एंडरसन ने हरी भरी विकेट पर बेहतरीन पहला स्पैल फेंका. चौथी गेंद पर रहाणे ने पहली स्लिप में कैच थमा दिया.
अगले पांच ओवर में कुछ खास रन नहीं बने. पार्थिव पटेल (3) ने मिडआफ में शाट खेलकर राहुल द्रविड़ को एक रन लेने के लिये बुलाया लेकिन एंडरसन ने द्रविड़ की गिल्लियां बिखेर दी.
पार्थिव को एंडरसन ने पवेलियन भेजा. विराट कोहली (7) ने एंडरसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया. सुरेश रैना 21 रन बनाकर स्टुअर्ट ब्राड का शिकार हुए जिनका कैच विकेटकीपर ने लपका.