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चीनी घुसपैठ को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है: RPN सिंह

जहां एक तरफ चीन की फौज भारतीय सीमा पर लगातार दबाव बना रही है और घुसपैठ से बाज नहीं आ रही. वहीं गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह का मानना है कि इस घुसपैठ को बढ़ा-चढा़कर बताया जा रहा है.

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आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह

जहां एक तरफ चीन की फौज भारतीय सीमा पर लगातार दबाव बना रही है और घुसपैठ से बाज नहीं आ रही. वहीं गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह का मानना है कि इस घुसपैठ को बढ़ा-चढा़कर बताया जा रहा है.

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आज तक के साप्‍ताहिक कार्यक्रम सीधी बात में राहुल कंवल से बातचीत में, चीन की तरफ से हो रही घुसपैठ के बारे में पूछ जाने पर गृह राज्‍य मंत्री ने कहा ‘चीन के लोग सोचते हैं कि हम उनकी सीमा में चले गए हैं. वहीं हमें लगता है कि वो भारत की जमीन पर हैं. ये धारणा की बात है. 40 चीनी सैनिकों के भारत में घुस आने को बड़ी घुसपैठ नहीं कहा जा सकता. चीन के साथ 4000 किलोमीटर की लंबी सीमा है. सेना को घुसपैठ होने पर ही तैनात किया जाएगा.’

आरपीएन सिंह को उम्मीद है भारत-चीन सीमा पर मौजूदा तनाव को बातचीत से जल्द सुलझा लिया जाएगा. सलमान खुर्शीद के चीनी दौरे के बारे में पूछे जाने पर आरपीएन सिंह ने कहा ‘मामले पर बातचीत चल रही है और इसे राजनयिक तरीके से सुलझा लिया जाएगा. हमारे विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद बीजिंग जा रहे हैं और हमें उम्मीद है कि मामले को बातचीत से सुलझा लिया जाएगा.’

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2जी घोटाले पर बनी जेपीसी के चेयरमैन पीसी चाको के इस्तीफे की मांग को आरपीएन सिंह ने गलत बताया ‘2जी पर जब जेपीसी बनी थी, तभी बीजेपी को इसके अधिकार और कार्यशैली के बारे में मालूम होना चाहिए था. अगर बीजेपी को कोई आपत्ति है तो उसे संसद में बहस करनी चाहिए. बीजेपी संसद में किसी मामले पर बहस नहीं होने दे रही है और संसद चलने भी नहीं दे रही है. जब बीजेपी संसद को ही महत्पवपूर्ण नहीं मान रही है तो जेपीसी का ही उनकी निगाह में क्या महत्व है.’

वहीं कोयला घोटले पर सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट को कानून मंत्री अश्विनी कुमार को दिखाए जाने को आरपीएन सिंह गलत नहीं मानते. वे कहते हैं, ‘सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में कानून मंत्री ने कोई बदलाव नहीं किए हैं. सीबीआई निष्पक्ष तरीके से जांच करती है और सरकार सीबीआई के काम में दखल नहीं देती है. रिपोर्ट कानून मंत्रालय इसलिए गई ताकि कानूनी तौर पर उसमें कोई कमी नहीं रह जाए. हालांकि मामला अभी कोर्ट में है तो मैं इस पर ज्‍यादा नहीं बोलना चाहता’

सीधी बात के कुछ अंश
सवाल – सर, क्या आपका खून नहीं खौलता चीनी सेना भारत की सरजमीं पर आकर बैठ गई है. आपको डरा धमका रही है. आपको समझा रही है क्या करना चाहिए और हम हाथ धरे बैठे हैं?
जवाब – भारत और चीन का 4000 किलोमीटर का बॉर्डर है, उसका डीमार्केशन नहीं हुआ है. चीन को लगता है कि ये उनकी टेरेटरी है. बॉर्डर विवाद पर 40 साल से बात चल रही है.

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सवाल – 1986 के बाद चीनी सेना कभी भी ऐसे आकर बैठी नहीं है. इस बार हमारे सर पर आकर बैठ गए हैं?
जवाब – चीन को भी लग रहा है कि तमाम जगह हिन्‍दुस्तान घुसपैठ कर रहा है. कभी-कभी आप लोग हकीकत के भी आगे बढ़ जाते हैं. तो कभी-कभी जो हालात हैं, उससे ज्‍यादा गंभीर आप लोग दिखाते हैं.

सवाल – सर बढ़ा चढ़ाकर क्या कहा, चीनी सेना बठी हुई है चार टैंट लगाकर.
जवाब – चार टैंट में कितने लोग आते हैं.

सवाल – अगर पाकिस्तान ने ऐसा किया होता, तो भी आप ऐसे ही बैठते?
जवाब – 40 जवानों ने क्या हिंदुस्तान की जमीन को कब्ज़ा कर लिया.

सवाल – 40 जवानों ने क्या आपको खामोश नहीं कर दिया. आप 40 जवान भी नहीं भेज पा रहे हो. अगर चीनी सेना आ गई तब आपका जवाब क्या होगा?
जवाब – बिल्कुल वही, जैसा सलमान साहब ने कहा बातचीत चल रही है.

सवाल – और अगर पाकिस्तान ऐसा करता?
जवाब – वहां डीमार्केटिड फैंन्सिंग है हमारी. वहां लाइट्स और वायर हैं.

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