मध्य प्रदेश में पिछले सात साल में खनिज आधारित 16 उद्योगों द्वारा शुरू किये गये उत्पादन के चलते प्रदेश में कुल 4.345 करोड रुपये पूंजी निवेश के साथ इन उद्योगों में चार हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है.
खनिज विभाग के सूत्रों ने बताया कि चार श्रेणी के इन उद्योगों में राक फास्फेट बेनेफिकेशन, आयरन ओर बेनेफिकेशन, सीमेंट संयंत्र और मैगनीज आधारित फैरो मैगनीज संयंत्र हैं. राक फास्फेट बेनेफिकेशन में मिट्टी से राक फास्फेट निकालकर बाजार में बेचा जाता है. सीमेंट संयंत्रों की स्थापना भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
चूना पत्थर पहले भी बहुत उपलब्ध था, लेकिन लाइसेंस कम ही लोगों के पास था. अब झाबुआ, पन्ना में भी सीमेंट संयंत्र लग रहे हैं. मैगनीज आधारित फैरो मैगनीज प्लांट का उपयोग लोहे की क्वालिटी बढा़ने के लिए किया जाता है. रीवा में जेपी बेला सीमेंट विस्तार संयंत्र, की स्थापना की गयी है. कुल 510 करोड रुपए लागत के इस संयंत्र में 150 लोगो को रोजगार मिला है.
सूत्रों ने बताया कि त्रिमूला इंडस्ट्रीज (स्पंज आयरन) सीधी में 108 करोड रुपए लागत से स्थापना की गयी है. इससे 200 लोगों को रोजगार मिला है.
बालाघाट में रमणीय पावर एंड एलाय (फेरो मैगनीज) की 50 करोड रुपए लागत से स्थापना की गयी है. इससे 150 लोगों को काम मिला है. उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जेपी सीमेंट द्वारा करियाझर (सीधी) में 872 करोड की लागत से स्थापित संयंत्र से 150 लोगों को, प्रिज्म सीमेंट यूनिट-दो (सतना) के 950 करोड लागत के संयंत्र में 700 तथा जियोनिन इंडस्ट्रीज, जबलपुर की 30 करोड की लागत से स्थापित इकाई में 70 लोगों को रोजगार मिला.