मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को भंग कर उसके स्थान पर राष्ट्रीय मानव स्वास्थ्य संसाधन आयोग (नेशनल कमिशन फॉर हयूमन रिसोर्सेज फॉर हेल्थ) के गठन के प्रस्ताव और अन्य नीतियों के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में बिहार के चार हजार से अधिक चिकित्सक सोमवार को हड़ताल पर रहे.
आइएमए के प्रवक्ता रंजीत कुमार ने बताया कि प्रस्तावित एनसीएचआरएच के गठन के विरोध, नर्सिग होम कानून में चिकित्सक विरोधी प्रावधान, समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर राज्य में चार हजार से अधिक चिकित्सक हड़ताल पर रहे. हालांकि चिकित्सकों की हड़ताल से आपात सेवाओं को मुक्त रखा गया था.
उन्होंने दावा किया कि 38 जिलों में चिकित्सकों की हड़ताल शत प्रतिशत सफल रही. राज्य में इसका व्यापक असर देखा गया. इसमें स्वास्थ्य सेवा वर्ग के 2500 से अधिक और अनुबंध वर्ग के 1600 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया.
कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र अपनी नीतियों से चिकित्सकों को परेशान कर रहा है, तो दूसरी तरफ राज्य सरकार भी चिकित्सक विरोधी कार्य कर रही है.