जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के घुसपैठ के बाद भारतीय सेना के गश्तीदल पर सोमवार आधी रात के बाद किए गए हमले में पांच जवान शहीद हो गए. पाकिस्तान ने हालांकि, इन आरोपों से इनकार किया है.
जम्मू के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के चक्कां-दा-बाग सेक्टर में सोमवार देर रात एक बजे हुए इस हमले में छठा सैनिक घायल हो गया है.
पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने छह सदस्यीय गश्तीदल पर हमला किया और एक जूनियर कमिशन्ड अधिकारी सहित चार जवानों की हत्या कर दी.
यह हमला नियंत्रण रेखा के पार भारतीय सीमा में 400 मीटर अंदर हुआ. इस नापाक हमले में शहीद हुए पांचों जवान 21 बिहार रेजीमेंट के हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी जवानों ने सोमवार देर रात पुंछ जिले के चक्कां दा बाग सेक्टर स्थित नियंत्रण रेखा को पार किया.
उन्होंने कहा, 'उन्होंने नियंत्रण रेखा पर स्थित करमाड गांव में हमारी चौकी पर हमला किया जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए. इसके बाद, घुसपैठिए सैनिक पाकिस्तानी सीमा में लौट गए.'
दरअसल, कुछ आतंकी बीती रात भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे. जब भारतीय सेना इस घुसपैठ को रोकने की कोशिश तो पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में जैश और लश्कर के आतंकियों के शामिल होने की खबर है. भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की. भारत-पाक सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है.
पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा
1. आधी रात को 21 बिहार रेजीमैंट के 6 जवानों की एक टुकड़ी चक्कां दा बाग पोस्ट से उत्तर दिशा में गश्त लगाने के लिए निकलती है.
2. इस दौरान पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के 16-18 सदस्य LOC पार कर भारतीय सीमा में घुस आते हैं. भारतीय सीमा में 400 मीटर अंदर करीब सवा दो बजे सेना की टुकड़ी पर हमला बोल दिया. इस हमले में पांच जवान मौके पर ही मौत हो गई और एक जवान घायल हो गया.
3. भारतीय जवानों पर तीन तरफ से घेरकर हमला बोला गया.
4. हमला करने वाली टीम में करीब 10 पाकिस्तानी सैनिक थे और 6-8 आतंकी भी. आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार थे.
5. 6 आतंकियों के भारतीय सीमा में मौजूद होने का शक.
6. हमले में घायल जवान का पुंछ के आर्मी अस्पताल में इलाज हो रहा है.
पाकिस्तान दोनों देशों के बीच 2003 में लागू युद्धविराम का लगातार उल्लंघन करता आया है.
इस साल जनवरी महीने में नियंत्रण रेखा के मेंढर सेक्टर पर दो भारतीय जवानों की हत्या कर दी गई थी और भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तानी सेना के इस घटना में शामिल रहने की बात कही थी.