तेलंगाना क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के छह में से पांच सांसदों ने अलग राज्य की मांग के समर्थन में बुधवार देर रात पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
दो सांसदों एस राजैया और पोनम प्रभाकर ने बताया कि पांच सांसदों ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को कोरियर के जरिए संयुक्त इस्तीफा भेज दिया.
इस्तीफा देने वालों में मांडा जगन्नाथम, पोनम प्रभाकर, एस राजैया, विवेक रेड्डी और सुरेंद्र रेड्डी शामिल हैं.
राजैया ने कहा, ‘तेलंगाना राज्य के मुद्दे पर समझौता करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता और कोई समझौता तभी हो सकता है जब पृथक राज्य के गठन के लिए कोई सकारात्मक रोडमैप दिया जाए.’ उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने का फैसला वारंगल में सांसदों के बीच दो दिन तक हुई चर्चा के बाद किया गया.
पांच कांग्रेस सांसदों ने ऐसे दिन इस्तीफा दिया है जब पार्टी ने कहा कि वह तेलंगाना राज्य के गठन के खिलाफ नहीं है.
कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने बुधवार को कहा, ‘हम फैसला लेने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन औपचारिकताएं पूरी की जानी हैं.’ उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ समय का सवाल है कि फैसले की घोषणा कब की जानी है.
पृथक तेलंगाना राज्य के लिए आंदोलन में अग्रिम मोर्चे पर रहे सांसदों में से एक निजामाबाद से कांग्रेस सांसद मधु गोड़ यास्खी ने संवाददाताओं से कहा कि चाको के बयान के बाद उन्हें इस्तीफा देने की कोई जरूरत दिखाई नहीं देती.
हालांकि, राजैया और पोनम प्रभाकर ने कहा कि वह सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा देने पर दृढ़ हैं. राजैया ने कहा, ‘यह उनका (मधु का) निजी मत हो सकता है. हम अपना त्यागपत्र भेजना चाहते हैं.’