दूसरे सबसे अमीर भारतीय उद्योगपति अनिल अंबानी ने सादगी की पहल के तहत 2008-09 में अपनी ग्रुप कंपनियों से वेतन तथा कमीशन नहीं लिया. हालांकि इसके बावजूद उन्हें इस दौरान बैठक शुल्क और पिछले साल के कमीशन भुगतान के रूप में 52 करोड़ रुपए मिले.
सादगी के कदमों के तहत अंबानी ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि भुला दी. अपने समूह की पांच सूचीबद्ध कंपनियों रिलायंस कम्यूनिकेशंस, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस पावर, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस नैचुरल रिसोर्सेज लिमिटेड के अध्यक्ष के तौर पर अनिल अंबानी को पिछले वित्त वर्ष के दौरान कुल 52.078 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया. इसमें आलोच्य वित्त वर्ष का बैठक शुल्क तथा 2007-08 का कमीशन शामिल है.
अनिल अंबानी को 2008-09 के दौरान जितनी राशि का भुगतान हुआ वह किसी भी अन्य कंपनी के कार्यकारी के मुकाबले अधिक है जिन्होंने अपने शीर्ष कार्यकारियों के पिछले वित्त वर्ष के वेतन ब्यौरे की घोषणा की है. अभी मुकेश अंबानी को 2008-09 के दौरान मिले वेतन का खुलासा नहीं किया गया है क्योंकि आरआईएल ने अभी इस साल का तुलन पत्र नहीं पेश किया है. वैसे 2007-08 के दौरान मुकेश अंबानी 44.02 करोड़ रुपए के कुल भुगतान के साथ पहले नंबर पर थे.