scorecardresearch
 

कश्मीर: 2018 में अब तक 56 आतंकियों का सफाया, अब सेना ने बदली रणनीति

सेना के उच्च सूत्रों के मुताबिक लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए सेना की तैनाती में बढ़ोतरी की जा रही है. पूरे लाइन ऑफ कंट्रोल पर सैनिकों की संख्या और बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही सेना ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है.

Advertisement
X
भारतीय सेना
भारतीय सेना

Advertisement

मौसम का पारा जैसे-जैसे बढ़ रहा है कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें तेज होती जा रही हैं. ऐसे में सेना नई रणनीति के साथ मुकाबले के लिए तैयार है. इसी का नतीजा है कि पिछले 4 महीनों में कश्मीर घाटी में सेना ने अब तक 56 आतंकियों को मार गिराया है.

सेना के उच्च सूत्रों के मुताबिक लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए सेना की तैनाती में बढ़ोतरी की जा रही है. पूरे लाइन ऑफ कंट्रोल पर सैनिकों की संख्या और बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही सेना ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है.

सैनिकों की संख्या कितनी बढ़ाई गई है सुरक्षा की वजह से इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दी गई. लेकिन सेना गर्मियों के दौरान भी आक्रामक कार्रवाई के तहत ऑपरेशन ऑल ऑउट को जारी रखेगी. इसी का नतीजा है कि इस साल अब तक पिछले 4 महीने के दौरान सेना ने 56 देसी और विदेशी आतंकियों को मार गिराया है.

Advertisement

सेना के सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन ऑल आउट की सफलता और लाइन ऑफ कंट्रोल पर जबरदस्त निगरानी की वजह से इन गर्मियों में आतंकी छोटे-छोटे ग्रुप में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. एलओसी पर आतंकियों की घुसपैठ में कमी आने से सीमापार बैठे आतंकी आकाओं में बौखलाहट है.

नई रणनीति के तहत सीमापार लश्कर और जैश के आकाओं ने कश्मीर घाटी में मौजूद लोकल कमांडर को सेना के खिलाफ स्थानीय लोगों को भड़काने का काम तेज करने के लिए कहा है. सीमापार से कश्मीर घाटी में मौजूद आतंकियों को सीधा स्पोर्ट नहीं मिल पा रहा है. इसी का नतीजा है सेना जिस तेजी के साथ इन आतंकियों का सफाया कर रही है उस तेजी से सीमापार से आतंकी कश्मीर घाटी में दाखिल नहीं हो पा रहे हैं.

इसके लिए लोकल आतंकियों की भर्ती तेज की जा रही है. सेना के उच्च सूत्रों के मुताबिक कश्मीर घाटी में आतंक की कमर तोड़ने के लिए ये गर्मियां निर्णायक साबित होंगी.

Advertisement
Advertisement