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बम धमाकों से दहला लाहौर, 28 लोगों की मौत

पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर में शिया समुदाय की ओर से निकाले गए एक जुलुस को निशाना बनाकर किए एक के बाद एक तीन बम धमाकों में कम से कम 28 लोग मारे गए जबकि 70 अन्य घायल हुए हैं.

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पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर में शिया समुदाय के एक जुलूस को निशाना बनाकर किए एक के बाद एक तीन बम धमाकों में कम से कम 28 लोग मारे गए जबकि 150 अन्य घायल हो गये हालांकि इस बीच अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान की व्यावसायिक राजधानी में हमला कर सात लोगों को घायल कर दिया.

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कम तीव्रता वाले पहला बम धमाका कर्बला गमय शाह इमामबाड़ा या शिया प्रार्थना स्थल के पास शाम छह बजकर 45 मिनट पर हुआ जहां हजारों शिया मुस्लिम यौम ए अली के लिए इकट्ठा थे. आत्मघाती हमला इससे कुछ समय बाद सवा सात बजे भट्टी चौक इलाके में हुआ. दोनों इलाके दाता दरबार मस्जिद के निकट हैं जिस पर हाल में आतंकवादी हमला हुआ था.

जियो न्यूज चैनल ने कहा कि प्रतिबंधित लश्कर ए झांगवी अल आलमी ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है. मायो, सेवाओं और गंगाराम अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि एक नाबालिग लड़की और एक पुलिसकर्मी सहित 17 लोगों के शव बरामद किये गये हैं. 150 से अधिक लोग तीन अस्पतालों में घायल हैं. मायो अस्पताल में ही 100 से अधिक घायलों को भर्ती किया गया है. {mospagebreak}

सरकार की ओर से संचालित ‘रेस्क्यु 1122’ सेवा ने कहा है कि छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 35 लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका जतायी है. प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला ने कहा कि दो विस्फोटों के पीछे आत्मघाती हमलावरों का हाथ है.

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प्रत्यक्षदर्शियों ने भी कहा कि उन्होंने आत्मघाती हमलावरों के शव देखे हैं. जहां-जहां विस्फोट हुए उन जगहों के टीवी फुटेज में दिखाया गया कि धमाके के बाद लोग कुछ घायलों के साथ इधर-उधर भाग रहे हैं और पीड़ित दर्द से छटपटा रहे हैं. कर्बला गमय शाह के पास हुए दो बम धमाकों से जुलूस निकाल रहे शिया समुदाय के सदस्यों में भगदड़ मच गयी जिसमें कई लोग घायल हो गए.

भीड़ ने धमाकों के बाद व्यस्त माल इलाके के पुलिस स्टेशन को घेर लिया और पथराव किया. भीड़ ने पुलिस स्टेशन और अनेक गाड़ियों तथा मोटरसाइकिलों को आग लगा दी. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हालांकि वह अपने इरादे में नाकाम रही. जिस वक्त पहले दो धमाके हुए, शिया समुदाय का जुलूस हजरत अली की शहादत के मौके पर लाहौर के पुराने क्वार्टर्स से कर्बला गमय शाह की ओर जा रहा था. {mospagebreak}

तीसरा विस्फोट उस वक्त हुआ जब राहतकर्मी घायलों को लेकर अस्पताल जा रहे थे. इस बीच, प्रधानमंत्री युसुफ रजा गिलानी ने आत्मघाती विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा है कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा. कराची में एक भीड़भरे बाजार में शिया जुलूस पर बंदूकधारियों ने हमला कर दिया जिसमें कम से कम सात लोग घायल हो गये.

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पुलिस और अर्धसैनिक रेंजरों ने उस इलाके को घेर लिया है जहां से बंदूकधारियों ने हमला किया था. पुलिस ने इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. यह गोलीबारी तब शुरू हुई जब हजरत अली की शहादत के मौके पर जुलूस एम्प्रेस बाजार से गुजर रहा था. यह कराची के सबसे पुराने बाजारों में से एक है. लाहौर में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों की श्रृंखला में यह नवीनतम हमला है.

मई में अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय पर आत्मघाती हमलों में 95 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि जुलाई में दाता दरबार में किये गये दो आत्मघाती हमलों में 45 लोगों की मौत हो गयी थी. शहर के पुलिस प्रमुख वसीम अहमद ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गोलीबारी दो समूहों के बीच हुई थी.

गोलीबारी के बाद जुलूस में शामिल लोगों की सुरक्षाकर्मियों के साथ बहस हो गयी जिसके बाद उपजे तनाव के बीच दुकानदारों ने दुकानों को बंद कर दिया. लोगों ने गिरफ्तार लोगों को हवाले करने की मांग भी की. आतंकवादियों ने शिया मुस्लिमों के आशुरा और चेहलुम जुलूसों को पिछले साल दिसंबर और जनवरी में अपना निशाना बनाया था जिसका शहर के शिया विरोधियों ने भारी विरोध किया था.

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