प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राष्ट्रपति भवन में भव्य तैयारी की जा रही है. गुरुवार को होने वाले इस शपथ ग्रहण समारोह में एक ओर जहां 8 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे हैं तो वहीं देश के 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस समारोह से दूरी बना ली है.
अपनी-अपनी व्यस्तताओं का हवाला देकर शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाने वाले बंगाल, ओडिशा, पंजाब, केरल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम इन 8 राज्यों के मुख्यमंत्री हैं. मिजोरम को छोड़कर सभी 7 राज्यों में गैर-बीजेपी सरकार है. हालांकि इस समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हो रहे हैं. साथ ही यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्यक्रम में शरीक होने की पुष्टि कर चुके हैं.
वहीं आंध्र प्रदेश में 12 बजकर 23 मिनट पर पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वाईएसआर पार्टी के नेता और नए मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे, लेकिन अब खबर है कि वह मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे. इसी तरह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी इस समारोह में शामिल नहीं हों सकेंगे. दोनों मुख्यमंत्रियों के ऑफिस की ओर से कहा गया कि उनके फ्लाइट्स को सुरक्षा कारणों से दिल्ली में लैंड करने की अनुमति नहीं मिलने से यह यात्रा स्थगित करनी पड़ी है. यात्रा स्थगित करने के पीछे यही वजह बताई गई है.
ममता का यू-टर्न
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की बात कही थी, लेकिन बाद में उन्होंने इस समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया. ममता बनर्जी ने अपने नए फैसले के बारे में लिखा, ‘बधाई, नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी. आपके संवैधानिक आमंत्रण को मैंने स्वीकार कर लिया था और आपके शपथ ग्रहण समारोह में मैं आने को तैयार थी, लेकिन पिछले कुछ समय में मैंने रिपोर्ट्स देखी हैं कि भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि उसने पार्टी के उन 54 कार्यकर्ताओं के परिवार को भी न्योता दिया जिनकी बंगाल में राजनीतिक हत्या कर दी गई है.’
Kerala CMO: Chief Minister Pinarayi Vijayan will not attend Prime Minister Narendra Modi's oath taking ceremony on May 30th. (File pics) pic.twitter.com/nVrsY2LB1i
— ANI (@ANI) May 29, 2019
ममता बनर्जी के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं. केरल के मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन भी इस समारोह में शामिल नहीं होने की बात कह चुके हैं. साथ ही केरल सरकार की ओर से कोई भी प्रतिनिधि इस समारोह में नहीं होगा. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही इस समारोह में शामिल नहीं होने का संकेत दे चुके हैं.
Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel: I want to congratulate PM Modi. Due to prior commitments, I will not be able to go for his oath ceremony tomorrow. I have sought time from PMO to meet him later. pic.twitter.com/UuzPl1jg0R
— ANI (@ANI) May 29, 2019
विधानसभा में बिजी नवीन पटनायक
इनके अलावा ओडिशा में लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने नवीन पटनायक भी नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के लिए दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे. हालांकि इसके पीछे कारण उनकी व्यस्तता बताई जा रही है. नवीन पटनायक ने बुधवार को लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और आज गुरुवार को राज्य की 16वीं विधानसभा के लिए चुने गए विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी जिस कारण बतौर सदन के नेता वह वहां मौजूद रहेंगे.
सीएम ऑफिस ने बुधवार को ही साफ कर दिया था कि ओडिशा विधानसभा सत्र में बिजी होने के कारण पटनायक दिल्ली में नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं सकेंगे. हालांकि पटनायक ने मोदी और उनके नए मंत्रिमंडल को शुभकामनाएं पहले ही दे दी है.
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा भी व्यस्तता के कारण इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे. उनकी पार्टी एमएनएफ बीजेपी की अगुवाई वाली नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) और एनडीए में शामिल है.
बीजेपी ने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बंगाल में हिंसा के शिकार इन सभी 54 बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों को दिल्ली बुलाया गया है. इसे बीजेपी की मिशन 2020 की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है.
BJP MP Manoj Tiwari on West Bengal CM Mamata Banerjee not attending PM Modi's oath ceremony today: Unko aana bhi nahi chahiye. Jaise unhone loktantra mein hinsa karke khoon-kharaba kiya...unke pass nazar kahan hai ki aisi sabha mein baith kar logon se nazar milayen. pic.twitter.com/9hWbRPuwiP
— ANI (@ANI) May 30, 2019
ममता के शामिल नहीं होने पर दोनों पक्षों की ओर से जमकर बयानबाजी भी हो रही है. दिल्ली से नवनिर्वाचित सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि ममता बनर्जी हार के बाद किसी से नजरें मिलाने के लायक नहीं बची हैं. उनको शपथ ग्रहण में आना भी नहीं चाहिए.