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मुंबई में 60 फीसदी सिम कार्ड फर्जी दस्तावेजों से: सर्वेक्षण

एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि शहर में लगभग 60 फीसदी प्रीपेड सिमकार्ड फर्जी दस्तावेजों से प्राप्त किए गए हैं. राष्ट्रीय राजधानी की जामा मस्जिद के बाहर हुए हमले की प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन की ओर से जिम्मेदारी लेने वाले ईमेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने इस अभियान को अंजाम दिया है.

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एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि शहर में लगभग 60 फीसदी प्रीपेड सिमकार्ड फर्जी दस्तावेजों से प्राप्त किए गए हैं. राष्ट्रीय राजधानी की जामा मस्जिद के बाहर हुए हमले की प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन की ओर से जिम्मेदारी लेने वाले ईमेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने इस अभियान को अंजाम दिया है.

हमले के फौरन बाद टाटा डोकोमो सिम कार्ड वाले एक फोन पर उपलब्ध इंटरनेट कनेक्शन से यह ईमेल भेजा गया था, हालांकि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि इस मेल को भेजने में प्रीपेड कनेक्शन का उपयोग हुआ था या पोस्टपेड का.

मुंबई पुलिस आयुक्त संजीव दयाल ने बताया ‘यह चिंताजनक बात है कि विक्रेताओं ने लगभग 15,000 प्रीपेड कनेक्शनों में से लगभग 60 फीसदी कनेक्शन दस्तावेजों के उचित सत्यापन के बिना दिए हुए हैं. हमने बिना किसी क्रम के लगभग 15,000 प्रीपेड कनेक्शनों की जांच की. हमारे लोगों ने जब उनका सत्यापन किया, तो इस बारे में खुलासा हुआ.’ उन्होंने कहा ‘ज्यादा से ज्यादा प्रीपेड कार्ड बेचने और कमीशन पाने के उद्देश्य से विक्रेता नियमों को ताक पर रख देते हैं. उन्हें कार्ड चाहने वालों की ओर से दिए गए पते और दस्तावेजों का सत्यापन करना चाहिए.’
दयाल ने बताया ‘‘मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों को भी कहा गया है कि वे भी सिम कार्डस के दस्तावेजों का उचित तौर पर सत्यापन करें.’’ पिछले महीने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने नयी दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर ताइवान के दो नागरिकों को गोली मारकर घायल कर दिया था.

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इस हमले की जिम्मेदारी आईएम ने लेते हुए राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हमले करने की चेतावनी की थी.

मध्य मुंबई के एक डीलर ने इस संबंध में विवरण दिया था, जिसके बाद एटीएस और अपराध शाखा ने कई स्केच भी बनाए थे.

डीलर के मुताबिक लगभग 20 से 30 वर्ष के एक युवक ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक महिला के नाम से दो सिम कार्ड लिए थे.

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